फतेहपुर, जिलाधिकारी श्रीमती सी.इंदुमती की अध्यक्षता में किसान दिवस के साथ कृषक उत्पादक संगठनों की जनपद स्तरीय इकाई की समीक्षा बैठक का आयोजन “विकास भवन सभागार में किया गया। जिलाधिकारी महोदया द्वारा बैठक में अधिशाषी अभियन्ता, विद्युत वितरण खण्ड प्रथम व तृतीय एवं सहायक अभियन्ता, विद्युत भण्डार गृह के बैठक में उपस्थित न रहने के क्रम में उनका अनुपस्थित रहने के सम्यन्ा में स्पष्टीकरण प्राप्त किये जाने के निर्देश दिये गये।
उप कृषि निदेशक द्वारा बैठक का संचालन करते हुए पूर्व बैठक में कृषकों द्वारा की गयी शिकायतों का अनुपालन के सम्बन्ध में कृषकों को अवगत कराया गया तथा कृषक उत्पादक संगठनों से अपील की गयी कि जनपद के अधिक से अधिक कृषकों को एफ०पी०ओ० में जोडते हुए कृषकों को कृषि निवेशों के साथ अन्य लाभ अनुमन्य करायें। इसके साथ ही दिनांक 20 फरवरी, 2024 को हुई असामयिक वर्षा एवं ओलावृष्टि के दृष्टिगत कृषकों को अवगत कराया गया कि जिन कृषकों की फसलें क्षतिग्रस्त हुई है। वह तत्काल प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अर्न्तगत फसल क्षतिपूर्ति को प्राप्त किये जाने हेतु घटना के 72 घंटे के अन्दर सूचना कृषि विभाग/फसल बीमा कार्यालय / सम्बन्धित बैंक को व्यक्तिगत रूप से देकर अथवा फसल बीमा योजना के टोलफी नम्बर-18008896868 व 18002005142 पर शिकायत दर्ज कराकर नियमानुसार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त कर सकते है। असामयिक वर्षा / ओलावृष्टि के दृष्टिगत रबी की फसलों पर यूरिया की टाप ड्रेसिंग कर ओलावृष्टि / अतिवृष्टि के प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है तथा रबी की फसलों की गलेथावस्था में यूरिया की टाप ड्रेसिंग अत्यन्त लाभकारी है।

जितेन्द्र सिंह, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र, थरियांव द्वारा कृषक उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधियों को अधिक से अधिक संख्या में एफ.पी.ओ.में कृषकों को जोडने तथा गुणवत्ता परख निवेश तथा तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराये जाने हेतु कहा गया। कृषक उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधियों से फसलवार अपनी कार्ययोजना को तैयार करने तथा एफ.आई.जी.का गठन किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। इसके साथ ही दिनांक 20 फरवरी, 2024 को हुई असामयिक वर्षा एवं ओलावृष्टि के दृष्टिगत कृषको को फसल प्रबन्धन करने की विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी गयी

विनोद कुमार, ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक, द्वारा कृषक उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं कृषकों को कृषि निर्यात नीति के बारे में विस्तार पूर्वक उसके लाभ को बताया गया। जिलाधिकारी द्वारा बैठक में उपस्थित कृषक श्री नर सिंह पटेल, निवासी धाता के द्वारा बताया कि उनके क्षेत्र के कृषक श्री गयाप्रसाद जो धाता निवासी है उनका विद्युत सामग्री सहायक अभियन्ता विद्युत भण्डार गृह द्वारा वरीयता क्रम में आने के बावजूद आज दिनांक तक सामग्री नहीं उपलब्ध करायी गयी है। जबकि आवेदन कई किसान दिवसों में दिया जा चुका है। एवं बैठक में उपस्थित कृषकों के द्वारा खखरेरू फीडर में एक दिन अन्तराल से विद्युत आपूर्ति को रोकने का अनुरोध किया गया है। तथा जनपद में बोर्ड परीक्षा के दृष्टिगत असोथर फीडर में प्रातः एवं रात्रि में विद्युत आपूर्ति को किये जाने का अनुरोध किया गया ताकि छात्र परीक्षा की तैयारी कर सके। प्रकरण का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी द्वारा अधिशाषी अभियन्ता, विद्युत प्रथम एवं तृतीय को प्रकरण की जाँच कर आवश्यक कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये।
बैठक में उपस्थित कृषकों के द्वारा किसान सम्मान निधि के पात्र कृषक जो योजना से अपात्र हो गये है। उन्हें योजना से जोड़े जाने का अनुरोध किया गया। जिलाधिकारी महोदया द्वारा प्रकरण के निदान हेतु उप कृषि निदेशक को निर्देशित किया गया कि उनके स्तर से पत्र तैयार कर शासन को पत्र प्रेषित किया जाये। ताकि लाभार्थी कृषकों को योजना का लाभ प्राप्त हो सके।

बैठक में उपस्थित कृषकों के द्वारा सामूहिक रूप से बैंकों के बिना कृषकों की सहमति के फसल बीमा प्रीमियम को काटे जाने को रोकने का अनुरोध किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा प्रकरण के निदान हेतु उप कृषि निदेशक को निर्देशित किया गया कि उनके स्तर से पत्र तैयार कर शासन को पत्र प्रेषित किया जाये ताकि लाभार्थी कृषकों को योजना का लाभ प्राप्त हो सके।

बैठक में उपस्थित कृषकों के द्वारा बैंक के कर्मचारियों द्वारा समय से ऋण स्वीकृत न करने एवं के.सी.सी.को समय से न निर्गत किये जाने के सम्बन्ध में शिकायत की गई है। जिलाधिकारी द्वारा समस्या के निदान हेतु उप कृषि निदेशक को निर्देशित किया गया कि कृषकों से सभी शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त कर उनके सम्मुख प्रस्तुत किया जाये ताकि बैकर्स से सम्बन्धित शिकायतों का समाधान आगामी बैंकर्स की बैठक में तत्काल किया जा सके।

जिलाधिकारी ने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया गया है कि जिन प्रकरणों पर कृषकों के द्वारा लगातार शिकायतें किसान दिवस में प्राप्त हो रही है । उनका त्वरित गुणवत्ता परख निराकरण कराये जाने के निर्देश दिये गये। बैठक में उपस्थित कृषक उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं कृषकों से अपील की गई। कि प्रत्येक विकास खण्डों में अधिक से अधिक एफ.पी.ओं का गठन किया जाये एवं प्रत्येक विकास खण्ड में एक महिला कृषक उत्पादक संगठन का गठन किया जाये जिससे महिलाओं में कृषि तकनीकी की जानकारी अधिक से अधिक पहुँच सके। बैठक के अन्त में जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित समस्त अधिकारियों, कृषक उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधियों व कृषकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बैठक को समाप्त किया गया।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी, उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, रा.जला., भूमि संरक्षण अधिकारी ई. ई. सी, जिला उद्यान अधिकारी, अपर जिला पंचायत राज अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, अग्रणी जिला प्रबन्धक, अधिशाषी अभियंता विद्युत द्वितीय, सहायक निदेशक, मत्स्य, अधिशाषी अभिंयता ड्रेनेज खण्ड, अधिशाषी अभियन्ता नलकूप खण्ड, सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी एवं नर सिंह पटेल, लोकनाथ पाण्डेय प्रगतिशील कृषक एवं कृषक उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधियों सहित अन्य कृषकगण उपस्थित हुए।

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