शिक्षा क्षेत्र त्रिवेदीगंज के मकनपुर भिलवल के सूर्या पब्लिक स्कूल का मामला
हैदरगढ़ बाराबंकी। तहसील क्षेत्र में चल रहे निजी शिक्षण संस्थानों में कथित रूप से फीस के नाम पर लूट मची हुई है निजी शिक्षण संस्थान अब पूरी तरह से व्यावसायिक रूप ले चुके हैं। उत्तर प्रदेश सरकार सर्व शिक्षा अभियान के तहत हर घर के लोग शिक्षित हो इसके लिए परिषदीय विद्यालयों में निशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है लेकिन आधी अधूरी मान्यता लेकर प्राइवेट स्कूलों ने अभिभावकों को भ्रमित करके अपने स्कूलों की ओर खींच कर पहले नाम लिखते हैं उसके बाद उनका आर्थिक शोषण करते हैं इसी तरह का एक मामला शिक्षा क्षेत्र के त्रिवेदीगंज ब्लॉक में भिलवल मकनपुर स्थित संचालित सूर्या पब्लिक स्कूल इन दिनों एक छात्रा को दो माह की फीस जमा नहीं होने पर परीक्षा से बाहर कर देने के मामले को लेकर दो दिन से खूब सुर्खियां बटोर रहा है। पीड़ित छात्रा के पिता ने लोनी कटरा थाने से लेकर जिला अधिकारी महोदय तक गुहार लगा चुका है लेकिन अभी तक उसे न्याय नहीं मिला है। जिलाधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र में पीड़ित का आरोप है कि छात्रा का 2 माह की फीस न जमा होने के कारण मेरी पुत्री को विद्यालय की प्रधानाचार्य द्वारा उसे परीक्षा से वंचित कर दिया गया है ।जिसके बाद छात्रा के पिता ने पहले लोनी कटरा थाने में इसकी शिकायत की। न्याय नहीं नहीं मिलने पर वह जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर न्याय की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित दिलीप कुमार पटेल पुत्र स्व0 राजवंश निवासी ग्राम व पोस्ट कबूलपुर, ब्लाक त्रिवेदीगंज, थाना लोनीकटरा का निवासी है पीड़ित की पुत्री अनन्या पटेल जो कि सूर्या पब्लिक स्कूल मकनपुर, भिलवल में कक्षा तीन की विद्यार्थी है, जिसकी दो महिने की फीस बाकी होने के कारण विद्यालय प्रशासन ने लिखित परीक्षा से वंचित कर दिया और छात्रा को बिना पेपर दिलाये घर वापस भेज दिया जो कि नियम विरूद्ध है। पीड़ित द्वारा स्कूल प्रशासन से लगातार कहा भी गया कि हम जल्द ही फीस जमा कर देगे, लेकिन स्कूल प्रशासन ने जबरदस्ती करके छात्रा को कक्षा के बाहर खड़ा कर दिया, पीड़ित की पुत्री लगातार 2018 से उक्त स्कूल में पढ़ रही है, और पीड़ित द्वारा लगातार समय से फीस का भुगतान किया गया है । किन्तु वर्तमान में आर्थिक स्थिति सही न होने के कारण फीस नहीं जमा कर पाया, पीड़ित द्वारा विद्यालय प्रशासन से 15 दिन का समय मांगा गया किन्तु पीड़ित की बात को नकारते हुए विद्यालय द्वारा मेरी पुत्री को परीक्षा से बाहर कर दिया गया है, जिससे सदमें में आकर मेरी बच्ची बीमार हो गई है, जिसका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र त्रिवेदीगंज में चल रहा है। पीड़ित ने अपने शिकायती पत्र में जिलाधिकारी बाराबंकी से न्याय की गुहार लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच कर कथित दोषी स्कूल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी त्रिवेदीगंज ने बताया कि यह विद्यालय सीबीएसई बोर्ड के अंतर्गत आता है हमने विद्यालय जाकर मामले की वस्तु स्थिति जानने की कोशिश की तो वहां की प्रधानाचार्य ने बताया कि हम विद्यालय में नाम लिखने से पहले बता देते हैं और लिखित भी ले लेते हैं की फीस देने में देरी करने वाले अभिभावकों के बच्चों को विद्यालय से नाम काट दिया जाएगा। यह विद्यालय का विशेषाधिकार है। इसमें हम कुछ नहीं कर सकते मामला थाने में विचाराधीन है, शिकायतकर्ता का कहना भी सही है वहीं स्कूल की प्रधानाचार्य का फीस न देने पर परीक्षा में शामिल नहीं करने की बात भी जांच में सामने आई है। लोनी कटरा पुलिस पूरे मामले की तप्तीश कर रही है ।