श्री राम मंदिर आंदोलन से जुड़े संगठनों के घर भेजी थी चिट्टियां
कार सेवा के दौरान पति राजेश पांडे द्वारा भेजी गई व 33 साल पहले आई चिट्टियां दिखाती अर्चना पांडे
बलवान सिंह
बाराबंकी 15 पैसे पोस्टकार्ड था श्री राम भक्तों का सहारा
तब न मोबाइल फोन था न ही कैमरे का प्रचलन था कार सेवक पुरम पहुंच रहे श्री राम भक्त 15 पैसे का पोस्टकार्ड खरीद कर इस पर अपना हाल लिखकर घर भेज रहे थे कस्बा रामनगर के राजेश पांडे व उनके साथियों ने परिजनों को आस्वस्त किया था कि सब ठीक हैं
श्री राम भक्तों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा शहीदों के खून की एक-एक बूंद कर्ज के रूप में है जिसका भुगतान हम सभी सनातनियों को करना है 33 साल पहले श्री राम मंदिर आंदोलन में गोली खाकर शहीद हुए लोगों के घर जो चिट्टियां पहुंची थी उनमें यही लिखा था इतना ही नहीं जिन श्री राम भक्तों ने जान गवाई उनके परिजनों को शोक संदेश नहीं बधाई दी गई और श्री राम भक्तों को सिंह पूत बताया गया
आज भी श्री राम भक्तों के घर पर सुरक्षित रखी ये चिट्टियां प्रासंगिक हो गई यह घटना अक्टूबर 1990 में कार सेवकों से अयोध्या पहुंचने की अपील की गई तो लोग साइकिल पैदल बसों व अपने निजी वाहनों से श्री राम धाम अयोध्या निकल पड़े लेकिन तमाम लोग रास्ते में गिरफ्तार कर लिए गए और जेल भेज दिए गए अयोध्या पहुंचने वाले लोग खुद को धन्य मान रहे थे विधानसभा क्षेत्र कस्बा रामनगर के राजेशपांडे उर्फ अनूप पांडे 26 अक्टूबर 1990 को बुढ़वल ग्राम पंचायत के पप्पू व रामनाथ गुप्ता रज्जू भगवत सिंह समेत कई युवाओं के साथ श्री राम नगरी अयोध्या के लिए निकले रास्ते में शुजागंज के राम अचल गुप्ता की टोली मिल गई विधानसभा क्षेत्र कस्बा रामनगर के आज 53 साल के हो चुके राजेश पांडे बताते हैं कि 30 अक्टूबर 1990 को जब पुलिस ने निहत्थे कार सेवकों पर गोलियां चलाई तो राम अचल गुप्ता शहीद हो गए कार सेवकों की टोलियां तितर बितर हो गई थी लेकिन कार सेवकों के नाम व पता पहले ही रजिस्टर में दर्ज कर लिए गए थे श्री राम मंदिर आंदोलन से जुड़े संगठनों ने गोली कांड के बाद सैकड़ो शहीदों व घायलो के घर चिट्ठियां भेजी कस्बा रामनगर के राजेश पांडे उर्फ अनूप पांडे चिट्ठी दिखाते हैं जिसमें श्री राम भक्तों की इच्छा शक्ति का प्रमाण देते हुए साफ लिखा था कि बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा शुजागंज के राम अचल के घर चिट्ठी भेजी गई जिसमें जान गंवाने वालो शहीद बताते हुए उनकी माता को बधाई देते हुए कहा गया कि आपके परिवार ने सिंहपूत पैदा किया यह चिट्टियां हर शहीद व लहूलुहान होने वाले श्री राम भक्तों के घर पर आज भी सुरक्षित हैं