लकड़ी माफिया ठेकेदार के द्वारा जिला प्रशासन को भी गाली गलौज से नवाजा गया और कहां की अभी केवई तथा मलाका में पेड़ काटने का परमिशन पड़ा हुआ!

जिसको जो करना हो कर ले मैं अपनी दबंगई के बल पर कटवाऊंगा हरे पेड़ और वन विभाग से हरे पेड़ काटने का कराऊंगा परमिशन–दबंग ठेकेदार

थाना राधानगर का एक सिपाही ₹15000 में सेटिंग गेटिंग कर हरे महुआ के पेड़ को काटने का दे दिया अभयदान

फतेहपुर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहां लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर पौधारोपण कर रही है तो वही कुछ भ्रष्ट लोगों के द्वारा लकड़ी माफियाओं को चंद रुपयों की लालच में आकर हरे पेड़ काटे जाने का अभय दान दिया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहां प्रदेश में पर्यावरण से खिलवाड़ करने वाले के विरुद्ध कड़ा रूख अपनाते हुए अपना बयान जारी करते हुए कहां था कि पर्यावरण से खिलवाड़ करने वाले लकड़ी माफियाओं की जगह जेल की सलाखों के पीछे होगी उन्होंने उत्तर प्रदेश के समस्त जनपद के जिलाधिकारी को भी सख्त निर्देश देते हुए कहा की जिला अधिकारी अपने अपने जनपद में लकडी माफिया वालों के विरुद्ध कड़ा रुख अपनाते हुए उनके ऊपर कानूनी कार्यवाही करते हुए उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजने का काम करेंगे वही उनका यह बयान भले ही अन्य जनपदों में लागू होता नजर आ रहा हो किंतु जनपद फतेहपुर के थाना राधानगर क्षेत्र के अंतर्गत जनपद फतेहपुर में लकड़ी माफिया इतने समय बिल्कुल बेलगाम हो चुके हैं जहां ना तो स्थानीय पुलिस कोई कार्यवाही कर पा रही है और ना ही वन विभाग की टीम जिस कारण ठेकेदारों के और भी हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। वही आपको बताते चलें कि जनपद के ही थाना राधानगर क्षेत्र का लकड़ी कटान का सोशल मीडिया पर चर्चित मामला जो कि थाना क्षेत्र के सथरियांव के पास स्थित बिजली हाउस पावर के ठीक पीछे दबंग ठेकेदार शब्बीर के द्वारा हरे महुआ के पेड़ों पर इलेक्ट्रॉनिक मशीन चलाकर धराशाई किया जा रहा है जहां बगीचे में लगभग 11 हरे महुआ के पेड़ खड़े थे जिसमें दबंग ठेकेदार ने स्वयं कहा कि इन पेड़ों में से कुल चार पेड़ हमने खरीदा है जिसको कटवाना है। जिसमें एक पेड़ रविवार को धराशाही कर दिया गया जिसमें मामला थाने से लेकर वन विभाग की चौखट पर पहुंचा वही ठेकेदार द्वारा थाने के बहार मीडिया कर्मी से वार्ता करते हुए ठेकेदार ने बताया की वन विभाग और थाने की पुलिस सेटिंग कर लिया गया इसके बाद मीडिया कर्मी द्वारा वन विभाग व क्षेत्रीय पुलिस को सूचना दी गई वहीं सूचना पाकर मौके पर स्थानीय थाना राधानगर के तीन सिपाही मौके पर पहुंचे और सब लोगों की नजर से बचाते हुए ठेकेदार को दूर दूसरी ओर ले जाकर सेटिंग गेटिंग कर ठेकेदार को हरे पेड़ में इलेक्ट्रॉनिक मशीन चलाने का अभय दान दे दिया हालांकि जब मौके पर थाने के सिपाही पहुंचे तो उनके सामने भी महुआ के पेड़ पर इलेक्ट्रॉनिक मशीन चलती रही और पुलिस ठेकेदार से मिलकर अपना दाम सेट कर लिया और मौके से फौरन वापस चले गए जहां मौके पर खबर कवरेज करने गए पत्रकार को ठेकेदार ने ख़बर न चलाए जाने की धमकी देने लगा वही ठेकेदार के द्वारा दूसरे दिन सोमवार को फिर से पेड़ पर इलेक्ट्रॉनिक मशीन चलाई जाने लगी जिस पर खबर पाकर मौके पर पहुंचे पत्रकारों को दबंग ठेकेदार के द्वारा खबर न चलाए जाने की धमकी दी जाने लगी और खबर चलाए जाने की स्थिति में देख लेने की बात करने लगा।इतना ही नहीं दबंग ठेकेदार ने जिला प्रशासन को भी गालियों से नवाज दिया। वहीं ठेकेदार ने कहा कि मैं नीचे से ऊपर तक सबको संभाल लेता हूं तो इसलिए मुझे कुछ नहीं हो सकता है और थाना राधानगर में तैनात आरक्षी राहुल को 15000 हजार रूपए दिए जाने की बात कहने लगा।
हालांकि उक्त मामले को लेकर जब वन विभाग के हल्का इंचार्ज अभिनव से जानकारी प्राप्त की गई तो हल्का इंचार्ज के द्वारा भी दो टूक शब्दों में जवाब देते हुए ठेकेदार के ऊपर जुर्माना 20000 हजार लगाए जाने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
वहीं सोचने व समझने वाली बात यह होगी कि बगीचे में बाकी बचे हुए महुआ के पेड़ बचेंगे या फिर दबंग ठेकेदार वन विभाग एवं पुलिस विभाग के ऊपर भारी पड़ेगा!?

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