दीपक कुमार मिश्रा
सिरौलीगौसपुर स्थित कटेहरा माता मंदिर में उमदा जन सैलाब है, लोग कटेहरा माता मंदिर देव स्थल पर बच्चों के घर जाकर मुंडन संस्कार कर रहे हैं। लोगों का मानना है कि कटेहरा माता मंदिर पर सभी मान्यताएं हैं। पूरी तरह से यह एक ऐसा मंदिर है जो की मंदिरयहां ऐसे हैं जो अपने प्राकृतिक रूप में चार चांद का काम करते हैं। जहां कई पुराने मंदिर भी हैं, वहीं अन्यत्र इतिहास भी बेहद पुराना है। ऐसा ही एक मंदिर यूपी की राजधानी के लखनऊ स्थित सिरौलीगौसपुर में है। कटेहरा माता का मंदिर है यहां भक्तों की आस्था कुछ ऐसी है कि न जाने कहां-कहां से लोग यहां माथा टेकते हैं। हालाँकि यह मंदिर कई साल पुराना है। इस बात की जानकारी तो नहीं है, लेकिन पिछले करीब 25 साल से यहां पर भक्तों का तांता लगातार बढ़ रहा है। कहते हैं कि यहां पर छूट दी गई है, सभी मुफते कटेहरा माता पूरी तरह से करती हैं।इस मंदिर से चमत्कारों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए उपसंहार। आज प्रतिपदा यानी कि नवरात्रि का पहला दिन है। प्रतिपदा पर मां नव दुर्गा के प्रथम स्वरुप मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गई। नौ दिन तक चलने वाले इस पावन पर्व में दैवीय शक्ति के अलग – अलग रूपों की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है। नवरात्रि का हर दिन मां के नौ रूपों में से एक को समर्पित होता है। शैलपुत्री की पूजा करने चंद्र दोष से मुक्ति मिल जाती हैं। नवरात्रि का हर एक दिन मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूप को समर्पित रहता है।