बलवान सिंह
बाराबंकी। शनिवार सुबह खेत देखने निकले युवक का गांव के पास दक्षिण दिशा में स्थित पेना तालाब के किनारे पैर फिसल गया । जिससे वह गहरे पानी में चला गया। गांव वालों को जब इसकी जानकारी हुई तो आनन फानन में डूब रहे युवक को तालाब से निकाल कर सीएचसी पहुंचाया। मोहम्मदपुर खाला थाना इलाके के सी एच सी में उस वक्त हड़कंप मच गया। जब 20 वर्षीय डूबे श्री कांत को चिकित्सकों के द्वारा मृत घोषित करने के 2 घंटे बाद परिजनों को साँसे चलने की आशंका हुई। तो परिजनों ने उपचार कर रहे डॉक्टर फुरकान व सीएचसी स्टॉप पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने अस्पताल परिसर हंगामा शुरू कर दिया। उसके बाद पुनः डाक्टरों ने उपचार करना शुरू किया। तब तक समय ज्यादा हो चुका था। सूत्रों की माने तो दोबारा हो रही इलाज के दौरान नव युवक की मृत्यू हो गई। ऐसे में अक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज को घेर कर हंगामा शुरू कर दिया। बता दें थाना क्षेत्र के ग्राम मरौचा ईश्वरी सिंह निवासी ब्रजेश का 20 वर्षीय पुत्र श्रीकान्त शनिवार की दुपहर गांव के पास एक तालाब में डूबने से मौत हो गई। पोस्टमार्टम हेतु विधिक कार्यवाही चल रही थी कि एकाएक परिजनों ने देखा कि दिनेश की नब्ज व साँसे चल रही थी। कि तत्काल डॉक्टर को बुलाकर उपचार शुरू कराया। तब तक काफी देर हो चुकी थी। और नवयुवक की सांस थमते ही पारिवारिक जनों में कोहराम मच गया। चिकित्सकों पर इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का गम्भीर आरोप लगाते सीएचसी प्रांगण में शव रखी गाड़ी के आगे महिलाओं सहित क्षेत्रीय लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए करीबन तीन घंटे तक परिजनों ने शव को अंत परीक्षण के लिए ले जाने से मना करते हुए निजी पिकप के आगे लेट गए। वही चार थानों की पुलिस बल सुरक्षा व्यवस्था के तहत आलाधिकारी परिजनों को मनाने में लगे रहे। लेकिन जब परिजन नहीं माने तो रामनगर एसडीएम अनुराग सिंह ने शाम करीबन 5 बजे मौके पर पहुंचकर परिजनों को न्याय दिलाने भरोसा देते हुए कहा कि अगर डाक्टरों द्वारा लापरवाही बरती गई है तो टीम का गठन कर जांच होगी। अगर सरकारी डॉक्टर दोषी पाए गए तो कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी।