बलवान सिंह
बाराबंकी रेलवे में मिट्टी डालने के नाम पर अवैध तरीके से मिट्टी की बिक्री कर रहे ओवरलोडेड मिट्टी लदा डंपर ए आर टी ओ ने रामनगर थाना क्षेत्र में केसरीए पुर रेलवे क्रॉसिंग के पास पकड़ कर कुछ देर बाद छोड़ दिया चर्चा है की ओवरलोडेड डंपर को छोड़ने के लिए ए आर टी ओ के द्वारा भरपूर कीमत वसूली गई।
ज्ञात हो कि वर्तमान समय में तहसील रामनगर की सुढिया मऊ चौकी अंतर्गत अमोली कीरतपुर गांव में पीली मिट्टी का खनन हो रहा। कहने को यह पीली मिट्टी रेलवे के इस्तेमाल में ली जा रही है परंतु जेसीबी मशीन से खनन करके रात दिन 24 घंटे ओवरलोडेड दर्जनों डंपर सैकड़ो चक्कर लग रहे हैं। चक्कर अधिक लगाने के लिए डंपर चालक बहुत तेज स्पीड में चला रहे हैं जिससे आने-जाने वाले राहगीरों एवं स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है । गुरुवार की शाम करीब 4 बजे ए आरटीओ बाराबंकी के द्वारा रेलवे क्रॉसिंग केसरीपुर के पास ओवरलोडेड मिट्टी लाद कर जा रहे डंपर को पकड़ा गया उन्हें लाकर रामनगर में कांटे पर तौल कराई गईं। सूत्रों के मुताबिक डंपर पर 29 टन से अधिक मिट्टी लदी हुई थी। इसके बाद डंपर को छोड़ दिया गया बताया जाता है कि डंपर 23 टन ही पास था। सूत्रों के मुताबिक सफेद रंग की बोलेरो गाड़ी जिस पर ए आर टी ओ लिखा हुआ था। उसके आगे एक नए मॉडल की बोलेरो गाड़ी चल रही थी जिस पर आरटीओ लिखा हुआ था। अधिकारियों के द्वारा गाड़ी क्यों पकड़ कर छोड़ी गई यह तो स्पष्ट नहीं हो सका ए आर टी ओ बाराबंकी के मोबाइल पर फोन करके संपर्क किये जाने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन नहीं उठा। सूत्रों के मुताबिक दोनों डंपर छोड़ने के लिए एआरटीओ के द्वारा भरपूर कीमत वसूली ली गई। इसके बाद में छोड़ दिया गया क्योंकि खनन माफियाओं का खनन का परमिट 25 सितंबर तक की है ऐसी दशा में उन लोगों ने ले देकर मामला दफा दफा करना ही उचित समझा। चार दिनों के बाद खदान बंद हो जाएगा कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने से बेहतर उन्होंने मामले को निपटाना ही उचित समझा इस संबंध में संवाददाता द्वारा ए आरटीओ के मोबाइल पर कई बार कॉल करके उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव करना मुनासिब नही जबकि रामनगर पुलिस ने बताया कि हमारे यहां ए आर टी ओ के द्वारा कोई डंपर बंद नहीं किया गया है।
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पीली मिट्टी का अवैध कारोबार इन दोनों अधिकारियों की कमाई का जरिया बना हुआ है। महादेवा चौकी इंचार्ज एआरटीओ से भी दो कदम आगे निकले। गुरुवार को ही महादेवा चौकी इंचार्ज के द्वारा पीली मिट्टी लाद कर जा रहे हैं एक डंपर को पकड़कर चौकी लाया गया और कुछ देर बाद उसे सा सम्मान छोड़ दिया गया। चर्चा है की चौकी इंचार्ज के द्वारा उसे छोड़ने के लिए मोटी रकम वसूली गई। सूत्रों के मुताबिक चौकी क्षेत्र के विभिन्न गांवों बडनपुर लकड़ी मंडी आदि स्थानों पर सैकड़ों डंपर मिट्टी बेची गई है। खनन माफियाओं के द्वारा चौकी इंचार्ज से संपर्क नहीं किया था इसी नाराजगी के चलते उनके द्वारा डंपर को पकड़ कर लाया गया इसके बाद निजी स्वार्थ की पूर्ति करके छोड़ दिया गया इस संबंध में संवाददाता द्वारा चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र कुमार शुक्ला से पूछा गया तो उन्होंने फोन पर कहा कि डंपर पड़कर लाया गया था लेकिन खनन का परमिट था इसलिए छोड़ दिया गया।