राज्य मार्ग का दर्जा प्राप्त गाजीपुर से बिजयीपुर मार्ग के नवनिर्माण के लिए सत्याग्रह आमरण अनशन शुरू
महात्मा गांधी एवं शास्त्री जी को किया गया नमन,अनिश्चितकालीन सत्याग्रह से अधिकारियों के माथे पर बल
*फतेहपुर*
विजयीपुर-गाजीपुर मार्ग निर्माण के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती से प्रस्तावित अनिश्चतकालीन सड़क सत्याग्रह मानस पाठ के साथ शुरू हो गया।पं.दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण हुआ।आसपास के ग्रामीणों का सत्याग्रह में व्यापक समर्थन दिखाई दिया।
बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडेय,सड़क संघर्ष समिति के संयोजक धर्मेंद्र दीक्षित तथा स्वयंसेवकों ने बताया कि बीते जनवरी महीने से इस सड़क के लिए संघर्ष किया जा रहा है।तीन विधान सभा क्षेत्र खागा,सदर और अयाह शाह के अंतर्गत आने वाले एक सैकड़ा से अधिक गांवों को ध्वस्त मार्ग सीधे तौर पर प्रभावित कर रहा है।बीते तीन दशक से मार्ग निर्माण की उम्मीद लगाए क्षेत्रवासियों को जब कोई रास्ता नजर नहीं आया तो मजबूरी में सड़क सत्याग्रह की राह चुननी पड़ी।समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि सत्याग्रह पूर्ण रूप से शांतिपूर्वक चलेगा।अध्यात्मिक कार्यक्रमों के साथ ही जर्जर सड़क से प्रभावित ग्रामीणों के साथ चर्चा और उनके अनुभव लिए जाएंगे।
सत्याग्रह के पहले दिन चौराहे पर भारी भीड़ का नजारा रहा।स्थानीय दुकानदार,छात्र-छात्राएं,किसान, प्राइवेट वाहन चालक तथा नरैनी चौराहे से निकलने वाले राहगीरों ने सत्याग्रहियों का उत्साह बढ़ाया। धनजय दीक्षित, मटरू सिंह,कमल सिंह,अर्जुन सिंह,अवधेश सिंह,मिथुन सिंह,कमल प्रसाद, रामबाबू दुबे,बाबूलाल,रामप्रसाद,मुन्ना विश्वकर्मा,अशोक शुक्ला आदि सैकड़ों लोग रहे।किशुनपुर थाने से भेजा गया पुलिस फोर्स सत्याग्रह स्थल के आसपास मुस्तैद रहा।शासन के विरोध में जारी सड़क सत्याग्रह को लेकर तहसील अधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंची रही।
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रामचरित मानस पाठ के साथ शुरू हुए शांतिपूर्वक सत्याग्रह अनिश्चितकालीन धरना को समाप्त करने पहुंची किशुनपुर पुलिस ने अल्टीमेटम दिया कि बिना सरकारी अनुमति के आप लोग सत्याग्रह आंदोलन कर रहे हैं जिसे खत्म कराने के लिए हमें उच्चाधिकारियों ने निर्देश दिए हैं जिसके बाद सड़क बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय ने कहा कि हमने 18 सितंबर को जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक,मुख्यमंत्री महोदय को जरिए डाक द्वारा सूचना दे चुके हैं और पत्र के माध्यम से यह भी बताया कि तीन दशकों से यह मार्ग उपेक्षा का शिकार है राज्य मार्ग का दर्जा मिलने के बाद भी पैदल चलना मुश्किल है जिसे अविलम्ब बजट जारी कर बनवा जाए अन्यथा कि स्थिति में 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन बापू जी को नमन कर हम सभी लोग सत्याग्रह आमरण अनशन शुरू करेंगे और जब तक मार्ग पर कार्य नहीं शुरु होगा तब तक अनशन जारी रहेगा वहीं पुलिस के तानाशाही रवैया पर जमकर निशाना साधा और अनुमति के लिए यूपी कांप एप्स से आनलाइन आवेदन किया।
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सड़क बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष ने जारी किया बयान
सभी सत्याग्रही भाई-बहनो, पितातुल्य बुजुर्गों
हमने अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीन दयाल उपाध्याय के आदर्शों को मानते हुए डा. भीम राव राम जी अम्बेडकर के बताए संघर्ष और अब्दुल कलाम साहब के जीवन दर्शन से प्रेरणा लेकर विजयीपुर-गाजीपुर मार्ग निर्माण का संकल्प लिया है। हमारा सत्याग्रह शांति के मार्ग पर चलते हुए सड़क निर्माण के लिए केंद्रित होगा। सत्याग्रह में कोई भ्रम, द्वेषभाव, किसी राजनीतिक व्यक्ति के ऊपर टिप्पणी या फिर मंच से किसी को अपमानित करने का कुत्सित प्रयास नहीं होगा। ऐसा करने वाले व्यक्ति से हमारी विचारधारा का कोई मेल होगा।
*सत्याग्रह के जुड़े कुछ नियम है जिनका पालन करना हम सभी का कर्तव्य है*
– सत्याग्रह पूर्ण रूप से शांतिपूर्ण रहेगा।
– सत्याग्रह के मंच से राजनीतिक चर्चा, परिचर्चा या फिर भाषणबाजी नहीं होगी।
– शासन, प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को गहरी नींद से जगाने का सत्याग्रह होगा।
– हमारी बहन, बेटियों, माताओं, बहनों, किसान, नौजवानों के लिए अच्छी सड़क निर्माण का सत्याग्रह होगा।
– ध्वस्त सड़क की वजह हो रही मार्ग दुर्घटनाओं को रोकने का सत्याग्रह होगा।
– मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाने के लिए अच्छी सड़क के लिए सत्याग्रह होगा।
– सड़क से हो रहे नुकसान या फिर हो चुके नुकसान के अनुभव का सत्याग्रह होगा।
– अहिंसा, सत्यमार्ग और बिना किसी की बुराई किए संघर्ष कर विजय का मार्ग प्रशस्त करने का सत्याग्रह होगा।
– वातावरण को स्वच्छ रखने और पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए सत्याग्रह होगा।