• जनवरी के प्रथम सप्ताह में पांटून पुल निर्माण का किया जा रहा था दावा
  • यमुना नदी में पानी कम होने के साथ ही बीच में रेत खुलने का इंतजार अधूरा पड़ा पांटून पुल।
    खागा/फतेहपुर। कस्बा व बांदा जनपद के दांदो घाट के मध्य प्रति वर्ष यमुना नदी पर बनने वाला पांटून पुल एक बार फिर से महीनों देरी के बाद भी नहीं बन सका। विभागीय अधिकारी जनवरी के प्रथम सप्ताह में पांटून पुल निर्माण का दावा कर रहे थे। यमुना नदी में पानी कम होने के साथ ही बीच में रेत खुलने का इंतजार किया जा रहा है। पांटून पुल न बनने से दोनों जनपद के लोग नांव पर जोखिम के साथ सफर करने को मजबूर हैं।
    यमुना नदी पार करके फतेहपुर व बांदा जनपद का आवागमन करने वाले लोगों को अभी कुछ दिन और मुश्किलों भरे गुजारने पडेंगे। अधिकांश वर्षों में दिसंबर महीने के आखिरी तक पांटून पुल बनकर तैयार हो जाता था। स्कूली छात्र-छात्राएं दैनिक कर्मचारी किसान व व्यापारी मजबूरी में नाव पर सवार होकर नदी पार करते हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा पांटून पुल निर्माण से पहले नदी में चार बड़ी नांव का संचालन कराया जाता है। पांटून पुल निर्माण में देरी की वजह से सबसे अधिक नुकसान किशुनपुर व आस-पास के कस्बों में व्यापारियों को उठाना पड़ता है। गल्ला आढ़ती सुशील शुक्ला, बउवा मिश्रा, दुर्गा प्रसाद आदि लोगों का कहना था कि इस वर्ष बेहद देरी से पांटून पुल निर्माण शुरू होगा। आठ महीने के लिए बनने वाला पांटून पुल से लोगों को बमुश्किल पांच महीने ही आवागमन की सुविधा मिल पाती है।

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