फतेहपुर। जिले की सदर कोतवाली क्षेत्र के मदर शुहाग अमर जई मोहल्ले में बीती रात पाँच बच्चों की माँ ने संदिग्ध अवस्था मे आग लगाकर आत्म हत्या करने का प्रयास किया। जिसको परिजन इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुँचे जहां डॉक्टर ने महिला की जाँच कर उसे मृत घोषित कर दिया। जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के आमर जई मोहल्ला निवासी राम जी की 45 वर्षीय पत्नी निर्मला देवी कोतवाली क्षेत्र के हरिहरगंज मोहल्ले में स्थित एक प्राइवेट स्कुल में दाई का काम करती थी। बीती रात वह संदिग्ध अवस्था मे आग से जल गई तो उसका पति राम जी व पुत्री राधा देवी उसको इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहाँ ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने जाँच कर निर्मला देवी को मृत घोषित करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चरी हाउस में रखवा दिया। मृतिका के पति ने घटना के बारे में बताया की मेरी पत्नी घर मे किसी को कुछ बिना बताए कही चली गई थी। वापस आने पर जब पूँछा तो उसने बताया स्कूल की प्रधानाध्यपिका ने बुलाया था। वही गई थी इसी बात को लेकर हल्की कहा सुनी होने के बाद पत्नी को हमने एक हाथ मार दिया उसके बाद उसने कमरा बन्द कर आग लिया। वही मृतिका की पुत्री राधा देवी ने बताया हमारी माँ एक स्कूल में दाई का काम करती थी वही की प्रिंसिपल के बुलाने से वहां गई थी। वापस आने पर पिता ने माँ को गन्दी गन्दी गालियां दी और उनको मारा पीटा। बेटी ने पिता पर माँ को बराबर मारने पीटने का आरोप भी लगाया उसका कहना है पिता जी मां को तीन साल से मार पीट रहे थे जिससे तंग आकर माँ ने आग लगाई है। वही मृतिका अपने पीछे तीन बेटी और दो बेटो को छोड़ गई है। अगर मृतिका की हत्या के जुर्म में पति जेल चला जाता है तो बच्चों की परवरिश कौन करेगा बड़ा सवाल है??