ईओ अपने मनमर्जी से विकास कार्यों को देती है अंजाम जिससे
सदस्य हुए नाराज.
फतेहपुर जिले के हथगाम नगर पंचायत के सभागार में बोर्ड की बैठक बुलाई गई थी! नगर पंचायत बोर्ड की बैठक में मुख्य रूप में क्षेत्रीय विधायिका ऊषा मौर्या एवं प्रशाशक के रूप में खागा एसडीएम सजय नारायण सिंह और अधिशाषी अधिकारी श्रीमती मोहनी केसरवानी मैहजूद हुई! बोर्ड की बैठक शुरू होते हुए नगर पंचायत के आधा दर्जन सदस्यों ने बैठक को बहिष्कार कर सभागार से बाहर निकल कर सदस्यों में अंजनी किशोर बाजपेयी, जितेन्द्र सिंह, अनीसउद्दीन, अहमदी बेगम, शैयद रेहान अहमद, सुमित्रा देवी, फरीदा बेगम आदि लोगों ने एसडीएम को एक प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया हैं कि क्या हम सदस्यों को जब नगर बोर्ड की बैठक होती है ! तभी बुलाया जाता है! और जो हम विकास कार्यों के लिए प्रस्तावित कार्य के लिए प्रस्ताव देते हैं या सुझाव देते हैं वह रद्दी टोकरी में डाल दिया जाता है! और नगर पंचायत हथगाम क्षेत्र में हुएं विकास कार्यों में अनियमित के कारण बैठक बहिष्कार कर रहे हैं! क्योंकि अधिकाश विकास कार्यों में ईओ अपनी मनमर्जी के कारण कार्यों को पुरा करने का प्रयास किया जाता है! जबकि नगर के अंदर नालियाँ और नालों में लगे जाल पुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकें है! एक वर्ष पूर्व पारित प्रस्ताव पर आज तक नाली एवं नालियों में जाल और पुलियो को बनवाया नहीं किया गया है! जिससे मुख्य मार्ग हुसैनगंज से कडा मार्ग की ऊँचाई अधिक हो जाने के कारण बरसात का पुरा पानी लोगों के घरों के अंदर घुस जाता है! जिससे लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है! और सदस्यों ने ईओ पर आरोप लगाया है कि नगर पंचायत में विकास एवं जनसमस्याओं के निस्तारण हेतु बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पारित किया जाता हैं! उनमें ईओ जनसमस्याओं वाले अनेक कार्यों को न करवाते हुए! जहाँ पर अधिक धन लाभ होता है तो ऐसे कार्यों को अपनी मनमर्जी से करवाया जाता है! इस मामले पर खागा एसडीएम सजय नारायण सिंह ने कहाकि कुछ सदस्यों ने बोर्ड बैठक से बाहर चले गए हैं! जो भी सदस्यों की समस्या है! बैठक के दौरान हल कर लिया जायेगा! और ईओ को निर्देश दिए गए हैं नगर पंचायत के अन्तर्गत आने वाले नाले और नालियों को बरसात से पहले सफाई करवा दिया जाए! और 13 वार्ड के विकास कार्यों की समीक्षा कर निस्तारण कर दिया जायेगा! ईओ श्रीमती मोहनी केसरवानी ने बतायाकि जो सदस्यों ने आरोप लगाएं है वह बेबुनियाद है प्रस्ताव पारित होने के बाद ही नियमानुसार विकास कार्य किया जा रहा है!