एक प्रधान ऐसी भी जिन्होंने जन सेवा के साथ साथ कार्यक्षेत्र से भी ऊपर उठ कर कराए कई बड़े कार्य
सन् 2010 में हेमलता अपने गांव से प्रधान चुनी गई। प्रधान चुने जानें से पूर्व ही गांव के कई कार्य जिसमें तीन रास्ते दो तालाब का सुंदरीकरण आदि कार्य करा चुकी थी जिसके पश्चात उत्साहित ग्रामवासियों के अनुरोध पर चुनाव लड़ा और गांव के लोगों ने उन्हें जिताया भी। हेमलता ने अपने कार्यकाल में ऐतिहासिक कार्य करवाए जिसमें सुजानपुर गांव के मजरे लोधनपुर में प्राइमरी स्कूल तथा गांव क्षेत्र के हजारों बच्चों की आधुनिक शिक्षा के लिए गांव की तेरह बीघे जमीन आवंटित कर राजकीय मॉडल स्कूल इंटर कॉलेज बनवाया इसी के साथ ही एक मुख्य काम यह भी रहा कि गांव में आवासीय राजकीय डिग्री कॉलेज भी बनवाया जिसके लिए प्रधान हेमलता पटेल ने गांव की सात बीघे जमीन आवंटित की जो बहुआ कस्बा के समीप बड़ी नहर पुल के पास स्थित हैं हेमलता बताती हैं कि गांव में लड़कियों की शिक्षा के लिए कोई स्कूल नहीं था और लड़कियों के परिजन दूसरे गांवों के स्कूल में भेजने से डरते थे। हेमलता कहती हैं एक इंटर कालेज, डिग्री कालेज बनवाना एक प्रधान के कार्यक्षेत्र से बाहर होता हैं फिर भी उन्होंने भागदौड़ करके इस काम को मुमकिन किया जिससे महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा मिले, आर्थिक रूप से कमजोर छात्र भी अच्छी आधुनिक उच्चतर शिक्षा ग्रहण कर सकें वर्तमान में 2021 में हुए ग्राम पंचायत के चुनावों में हेमलता पटेल पुनः ग्राम प्रधान चुनी गईं और वर्तमान में भी वह प्रधान हैं और अपने द्वारा बनवाए गए विद्यालयों सहित आंगनबाड़ी केंद्र, सामुदायिक मिलन क्रेंद्र बारातशाला, मिनी सचिवालय भवन आदि समस्त सार्वजनिक भवनों व स्थानों का औचक सुन्दरीकरण करा रहीं हैं गांव में पानी की टंकी, आर आर सी सेंटर, खेल मैदान, इण्टर लॉकिंग आदि निर्माण कार्य प्रगति पर हैं हेमलता पटेल गुलाबी गैंग लोकतांत्रिक संगठन की अध्यक्ष भी हैं श्रीमती पटेल साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलने वाली महिला राजरानी कहती हैं कि “हेमलता दीदी ने उन्हें अपने अधिकार लेने के लिए लड़ना सिखाया हैं, दीदी से हमे बहुत समाजिक कार्यों के लिए उत्साह और ऊर्जा मिलती हैं”। हेमलता के गांव की एक महिला सुधा पटेल बताती हैं कि “आज जो गांव में स्कूल हैं सब दीदी की मेहनत की देन हैं, हमारे बच्चे आज गांव के ही स्कूल जाते हैं पहले दूसरे गांव में बने स्कूल जाना पड़ता था”। हेमलता के गांव की महिला शहरुन बताती हैं ” हमारे हर छोटे बड़े सरकारी काम दीदी ही करवाती हैं हम इतने पढ़े लिखे नहीं हैं, हेमलता दीदी ने हमारा पेंशन से लेकर राशन कार्ड बनवाने तक का काम करवाया हैं”।
हेमलता पटेल कहती हैं कि ” हमेशा उन्हें समाजसेवा के कार्यों या जो कुछ भी वो कर रही हैं उन कार्यों में हमेशा उन्हें उनके परिवार का साथ मिला हैं। कहती हैं उनके पति हमेशा समाजसेवा कार्यों के लिए उनका उत्साहवर्धन करते हैं और हर मुमकिन साथ देते हैं। हेमलता कहती है ” हमेशा से उनकी कोशिश रही हैं कि कैसे महिलाएं पुरुष प्रधान समाज में आत्म सम्मान से जिए और कैसे आत्मनिर्भर बनें और महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार से कैसे निपटे। वो कहती हैं कि महिलाओं के मुद्दों के अलावा गरीबों, पिछड़ों, पीड़ितों, बेरोज़गारों के लिए भी लड़ाई लड़ रही हैं। हेमलता पटेल कहती हैं कि यह सब समाजिक कार्य करने की प्रेरणा हमेशा से पिता जी से मिलती आई हैं और वो पिताजी के आदर्शों पर चल रही हैं।