बलवान सिंह

बाराबंकी। सूबे के मुखिया महन्त योगी आदित्यनाथ व राज्य के वन मंत्री लगातार पौध रोपण पर जोर दे रहे हैं। पेड़ों को लगाने के लिए शासन से अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए गए थे। लेकिन इस मुहिम का बाराबंकी जिले के फतेहपुर वन रेंज में कोई असर होता नही दिख रहा है। यहां के लकड़ी माफिया तो हरियाली को मिटाने पर ही तुले हुए हैं। विभागीय अधिकारियों द्वारा रोकथाम में बरती जा रही शिथिलता से धंधेबाज ठेकेदार बिना परमिट के ही प्रतिबंधित भारी भरकम नीम के हरे-भरे पेड़ दिनदहाड़े काट रहे हैं। बतादें जानकारी के बावजूद वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई पर पूरी तरह उदासीन बने हैं। इन दिनों फतेहपुर वन रेंज का पूरा क्षेत्र लकड़ी माफियाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। ताजा मामला थाना रामनगर क्षेत्र के सलीमपुर मजरे नंदऊपारा से सामने आया है जहां लकड़ी ठेकेदार द्वारा नीम का भारी भरकम हरा भरा पेड़ बेखौफ होकर दिनदहाड़े धराशाई कर दिया गया। प्रतिबंधित लकड़ी को अवैध तरीके से काटकर उसका बाजार में मूल्य वसूल लिया गया। दो दिन बीतने को है मगर अब तक ये पूरा मामला वन विभाग की पकड़ से दूर है। बताया जा रहा है कि वन विभाग की मिलीभगत से आय दिन सुढ़ियामऊ कस्बे के आसपास गांवों में प्रतिबंधित हरे भरे पेड़ों की कटान जमकर की जाती है। लोगों की माने तो डग्गामार लकड़ी ठेकेदारों का यहां खूब बोलबाला रहता है। शायद यही वजह है कि अब बगैर परमिट के ही धड़ल्ले से प्रतिबंधित पेड़ों को काटा जा रहा है। जिससे धीरे धीरे क्षेत्र की समूची हरियाली मिटती जा रही है। इस संबंध में तैनात वन दरोगा मुनेश्वर प्रसाद का पक्ष जानने के लिए संवाददाता द्वारा फोन पर बात की गई। तो उन्होंने जानकारी ना होने की बात कही है। जबकि जिले के (डीएफओ) रुस्तम परवेज का कहना है कि सम्बन्धित रेंजर को भेज कर इसकी जांच कराई जाएगी। और ठेकेदार के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी।

  • हरियाली, पर आरा चला रहे लकड़ी माफिया विभाग बना अंजान*

बलवान सिंह

बाराबंकी। सूबे के मुखिया महन्त योगी आदित्यनाथ व राज्य के वन मंत्री लगातार पौध रोपण पर जोर दे रहे हैं। पेड़ों को लगाने के लिए शासन से अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए गए थे। लेकिन इस मुहिम का बाराबंकी जिले के फतेहपुर वन रेंज में कोई असर होता नही दिख रहा है। यहां के लकड़ी माफिया तो हरियाली को मिटाने पर ही तुले हुए हैं। विभागीय अधिकारियों द्वारा रोकथाम में बरती जा रही शिथिलता से धंधेबाज ठेकेदार बिना परमिट के ही प्रतिबंधित भारी भरकम नीम के हरे-भरे पेड़ दिनदहाड़े काट रहे हैं। बतादें जानकारी के बावजूद वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई पर पूरी तरह उदासीन बने हैं। इन दिनों फतेहपुर वन रेंज का पूरा क्षेत्र लकड़ी माफियाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। ताजा मामला थाना रामनगर क्षेत्र के सलीमपुर मजरे नंदऊपारा से सामने आया है जहां लकड़ी ठेकेदार द्वारा नीम का भारी भरकम हरा भरा पेड़ बेखौफ होकर दिनदहाड़े धराशाई कर दिया गया। प्रतिबंधित लकड़ी को अवैध तरीके से काटकर उसका बाजार में मूल्य वसूल लिया गया। दो दिन बीतने को है मगर अब तक ये पूरा मामला वन विभाग की पकड़ से दूर है। बताया जा रहा है कि वन विभाग की मिलीभगत से आय दिन सुढ़ियामऊ कस्बे के आसपास गांवों में प्रतिबंधित हरे भरे पेड़ों की कटान जमकर की जाती है। लोगों की माने तो डग्गामार लकड़ी ठेकेदारों का यहां खूब बोलबाला रहता है। शायद यही वजह है कि अब बगैर परमिट के ही धड़ल्ले से प्रतिबंधित पेड़ों को काटा जा रहा है। जिससे धीरे धीरे क्षेत्र की समूची हरियाली मिटती जा रही है। इस संबंध में तैनात वन दरोगा मुनेश्वर प्रसाद का पक्ष जानने के लिए संवाददाता द्वारा फोन पर बात की गई। तो उन्होंने जानकारी ना होने की बात कही है। जबकि जिले के (डीएफओ) रुस्तम परवेज का कहना है कि सम्बन्धित रेंजर को भेज कर इसकी जांच कराई जाएगी। और ठेकेदार के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी।

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