- गरीब परिवार के जिन्दगी के साथ हो रहा खिलवाड़
- प्लास्टिक चावल खाने से अनेक प्रकार के रोगों का होने का बढ़ रहा खतरा
- जिम्मेदार अधिकारियों के मिलीभगत से गरीब परिवारों के जिन्दगी के साथ चल रहा बड़ा खेल
कप्तानगंज,बस्ती। भारत सरकार द्वारा राशन कार्ड धारकों को निःशुल्क गेंहू और चावल वितरित किया जा रहा है जो गरीब परिवारों के लिए जानलेवा हो सकता है ।
सूत्रों की माने से निःशुल्क वितरित हो रहे चावल में धान के चावल के साथ पर प्लास्टिक के चावल की मिलावट की गई है और प्लास्टिक चावल के मिलावटी चावल का वितरण करके गरीब परिवार के जिन्दगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है । धान के चावल के साथ प्लास्टिक के चावल की मिलावटी चावल का वीडियो / फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है । जिम्मेदार अधिकारियों के लापरवाही / मनमानी से गरीब परिवार के जिन्दगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है । धान के चावल के साथ प्लास्टिक के चावल के मिलावटी की जांच पड़ताल करना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है । आखिर प्लास्टिक के चावल की मिलावट कहां से हो रही है ? किसके द्वारा किया जा रहा है ? उसका उद्देश्य क्या है ? जो एक जांच का विषय बना हुआ है । यदि प्रशासन इस प्रकरण को गंभीरता से नहीं लिया तो गरीब परिवार के सदस्यों को अनेक गंभीर रोगों से सामाना करना पड़ सकता है । एक तरफ राशन माफिया तो राशन में मिलावटी करके अपनी जेब गर्म करने में जुटे हैं वही दूसरी तरफ गरीब परिवार निःशुल्क राशन खा कर अनेक रोगों को दावत दे रहे हैं । उक्त प्रकरण में जिला पूर्ति अधिकारी सत्य बीर सिंह से फोन के माध्यम से जानकारी लेना चाहा तो जिला पूर्ति अधिकारी का फोन कवरेज क्षेत्र से बाहर निकला ।
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