कुदरहा, बस्ती। वरिष्ठ भाजपा नेता प्रेम सागर त्रिपाठी व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रेम त्रिपाठी के नेतृत्व में ग्रामीण स्वास्थ्य सेवक वेलफेयर एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को प्रदेश के पंचायतीराज मन्त्री ओम प्रकाश राजभर से मिलकर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में झोला छाप डाक्टरों के प्रशिक्षण तथा रजिस्ट्रेशन सहित अपनी विभिन्न माँगों और समस्याओं से अवगत कराया। मंत्री ने प्रकरण को ध्यान से सुना और प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर समाधान हेतु आश्वस्त किया।
पंचायतीराज मंत्री को दिए ज्ञापन में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रेम त्रिपाठी ने लिखा है कि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों का जांच के नाम पर उत्पीड़न ना करते हुए उन पर प्राथमिक उपचार करने के मामले में पंजीकृत मुकदमे वापस लिए जाएं। ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों का समय समय पर उनकी योग्यता अनुसार बिहार आदि राज्यों की भांति प्रशिक्षण दिया जाए जिससे उनकी कार्यशैली में सुधार होकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए कुशल स्वास्थ्य सेवक सेवा कर सके। ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों को उनके कार्य क्षेत्रों में प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में प्राथमिक उपचार का अवसर प्रदान करते हुए दिल्ली सरकार की भाँति मोहल्ला क्लिनिक/रेफरल सेंटर के रूप में स्थापित किया जाए जिससे सरकार, स्वास्थ्य सेवक और समाज में समन्वय स्थापित हो सके। ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों को झोलाछाप डॉक्टर के नाम से अपमानित ना करते हुए ग्रामीण स्वास्थ्य सेवक का दर्जा प्रदान किया जाए। ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों को टीबी उन्मूलन, इंद्रधनुष जैसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों तथा राष्ट्रीय महामारियों में स्वयं सेवक के रूप में देश सेवा का अवसर प्रदान किया जाए। ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों को प्रधानमंत्री द्वारा संचालित कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम जिसमें युवाओं को छ माह का स्वास्थ्य प्रशिक्षण दिया जाता है के स्थान पर प्रशिक्षण दिया जाए जिससे समाज में नए झोला छाप ना तैयार हो सकें। ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों को स्वास्थ्य सेवा से कार्यमुक्त करने की दशा में उन्हें उनके योग्यतानुसार रोजगार गारंटी उपलब्ध कराया जाए जिससे उनके सामने पारिवारिक भरण पोषण की समस्या उत्पन्न ना हो जिससे वह अनुचित कार्यों में संलिप्त न हों।
प्रतिनिधि मण्डल के साथ मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष डॉ लालजी आजाद, अखिलेश दूबे, विजय यादव आदि शामिल रहे।