बस्ती। जनपद मुख्यालय पर स्थित अनंता हास्पिटल के डाक्टरों की टीम ने 24 वर्षीय महिला की बच्चेदानी में स्थित मल्टीपल फाइब्रॉयड गॉठ वजन 700 ग्राम , 600 ग्राम व 500 ग्राम का सफलतापूर्वक सर्जरी करके महिला को नई जिंदगी प्रदान किया है ।
जनपद मुख्यालय पर स्थित अनंता हास्पिटल जनपद के जाने - माने हास्पिटलो में शुमार है । अस्पताल के विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम सफलता की नित नई - नई उपलब्धियाँ संजो रहा है । जिंदगी मौत से जूझ रही 24 वर्षीय महिला की बच्चेदानी में स्थित मल्टीपल फाइब्रॉयड गॉठ का सफलतापूर्वक आपरेशन कर अस्पताल के विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम ने पीड़ित महिला को नई जिंदगी प्रदान करने का काम किया है । आपरेशन टीम के डाक्टरों ने मीडिया टीम को जानकारी देते हुए बताया कि गर्भाशय में होने वाली गाँठ को फाइब्रॉयड या रसौली भी कहा जाता है जो कि गर्भाशय की मांशपेशीय परत में होने वाली गैर कैंसरकारी वृद्धि होती है इसे मायोमा या लेयोमायोमा भी कहा जाता है । यह महिला प्रजनन पथ का सबसे आम गैर कैंसरयुक्त ट्युमर है । फाइब्रॉयड का आकार छोटे से लेकर तरबूज के आकार का भी हो सकता है । इनकी बृद्धि धीरे - धीरे या तीव्र दोनों प्रकार से हो सकती है । फाइब्रॉयड के लक्षण कई तरह से परिलक्षित हो सकते हैं जैसे दर्द , भारीपन , योनि से अनियमित खून का आना पीठ दर्द आदि । कुछ महिलाओं में फाइब्रॉयड तो पाया जाता है लेकिन उनमें इसके कोई लक्षण परिलक्षित नहींं होते हैं । इसका मुख्य कारण व वजहें आनुवंशिक , हार्मोन्स के स्राव में उतार- चढ़ाव , बढ़ती उम्र , प्रैग्नेन्सी , मोटापा आदि प्रमुख हैं ।