- ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी कप्तानगंज वन विभाग ने नही की कोई कार्रवाई
- वन क्षेत्राधिकारी राजू प्रसाद ने दिया जांच का आदेश
- जांच के बाद लकड़ी ठेकेदार के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई – राजू प्रसाद रेंजर
जहां एक तरफ प्रदेश सरकार पौधारोपण कार्य कराने में जुटी है प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए पौधारोपण के नाम खर्च करती है वहीं दूसरी तरफ कप्तानगंज वन विभाग धड़ल्ले से हरे पेड़ों की कटान कराने में मस्त हैं अर्थात कप्तानगंज वन विभाग एक बार पौधारोपण के नाम पर सरकारी धन का बंदरबांट करता है और दूसरी बार हरे पेड़ों की अवैध कटान करवाकर अपनी जेब गर्म करता है । ग्राम पंचायत किशुनपुर में इतनी बड़ी संख्या में शीशम के बाग की कटान होने के बाद भी लकड़ी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई न होना उमरिया चौकी प्रभारी एवं वन विभाग कप्तानगंज पर तरह – तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं ।
सूत्रों की माने तो उमरिया चौकी प्रभारी की मिलीभगत से माझा क्षेत्रों में अवैध पेड़ों की कटान धड़ल्ले से होती है और उमरिया चौकी प्रभारी अपना मनचाहा शुल्क लेकर मामले को दबाने में मस्त रहते हैं । उमरिया चौकी प्रभारी अवैध हरे पेड़ों की कटान को वन विभाग का मामला कह कर मामले को खत्म कर देते हैं इन्ही सब मनमानी कार्यों को लेकर दुबौलिया पुलिस विवादों में घिरी रहती है । उक्त प्रकरण में वन क्षेत्राधिकारी राजू प्रसाद ने कहा कि जांच करवाकर कार्रवाई की जायेगी ।