हमें हिंदू होने पर गर्व पहले भी था, आज भी है और हमेशा रहेगा
“राहुल को सनातन धर्म का अपमान एवं हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए माफी मांगनी चाहिए”
बाराबंकी कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के सदन में बोले गये हिंदू और हिंसा वाले बयान की पूरे देश में निंदा हो रही है और इस पर पुरे देश में सियासी रण छिड़ गया है। सभी धर्मों के लोगों ने उनके इस विवादित बयान पर आपत्ति जतायी हैं। धीरे – धीरे अब इस मामले में देश की राजनीति भी गर्म हो गयी है।
लोकसभा में सांसद और लोकसभा में नेता राहुल गांधी के बयान की निंदा करते हुए समाजसेवी पत्रकार बलवान सिंह ने कहा कि राहुल ने हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करने का काम किया है। उनकी इस बात को कोई बर्दाश्त नहीं कर सकता। उनकी हिन्दुओं को अपमानित करने वाली टिप्पणी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एक्सीडेंटल हिंदू राहुल को हिंदू होने पर शर्म है लेकिन हमें हिंदू होने पर गर्व पहले भी था, आज भी है और हमेशा रहेगा। एक्सीडेंटल हिंदू’ राहुल गांधी को हिंदू होने पर शर्म है। तुष्टिकरण के लिए उनका सदन में यह कहना कि ‘हिंदू हिंसा करते हैं, झूठ बोलते हैं और नफरत फैलाते हैं। ये शब्द देश के 100 करोड़ हिंदुओं का अपमान है। हमारे सनातन धर्म का अपमान हैं। भारत, हिंदू धर्म और हिंदुओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। राहुल गांधी को माफी मांगनी ही होगी। उन्होंने कहा कि हिंदू सभी में भगवान को देखते हैं, हिंदू अहिंसक और उदार हैं। हिंदू कहते हैं कि पूरा विश्व उनका परिवार है और उन्हें हमेशा सभी के कल्याण, खुशी और सम्मान के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। हिंदुओं को हिंसक कहना या यह कहना कि वे नफरत फैलाते हैं, सही नहीं है। ऐसी बातें कहकर आप पूरे समाज को बदनाम और अपमानित कर रहे हैं। हिंदू समाज बहुत उदार है और यह ऐसा समाज है जो सभी को शामिल करता है और सभी का सम्मान करता है। राहुल गांधी बार-बार कहते हैं कि हिंदू हिंसक हैं और हिंदू नफरत पैदा करते हैं। मैं उनके इन शब्दों की निंदा करता हूं। उन्हें ये शब्द वापस लेने चाहिए। पूरा समाज आहत है और संत समाज में गुस्सा है। उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए और मेरा मानना है कि राहुल को अपना बयान सही करना चाहिए तथा किसी भी धर्म के बारे में पूरी जानकारी के बिना नहीं बोलना चाहिए। आज का दिन बहुत दुखद है। जिस तरह से विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सदन के सामने धर्मों को लेकर तथ्य पेश किए, मेरे हिसाब से उन्हें सही जानकारी नहीं है। उन्होंने सदन में अधूरी जानकारी, गलत जानकारी पेश की। चाहे वह हिंदू धर्म हो या कोई और धर्म हो, जब तक किसी भी धर्म के बारे में पूरी जानकारी न हो नहीं बोलना चाहिए। पूरी जानकारी लेकर ही बोलना चाहिए।
उन्होंने सदन में जिस तरीके से हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया और कहा कि हिंदू हिंसा फैलाती है तो ये कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो लोग सनातन को एक बीमारी बताने का काम करते हैं तो ये लोग उसी सोच से प्रभावित है और उसी सोच को पटल पर रखते हैं। जिसको देश बड़ी आबादी अस्वीकार करती है। ये विषय बहुत गंभीर है। पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहा गया है, जो गलत है।
राहुल गांधी के बयान को 100 करोड़ हिन्दुओं का अपमान बताते हुए श्री शर्मा ने कहा है कि आज़ राहुल ने बता दिया कि वह फिरोज खान के नाती हैं। उनके खून के अंदर हिंदू का खून होता तो वह कभी हिंदू को हिंसक नहीं कहते। उनके पूर्वजों ने हिन्दुओं को सौ-सौ घाव दिए हैं। देश के विभाजन में लाशों के ढेर लगे, पाकिस्तान में हिंदुओं को काटा गया। राहुल को सनातन धर्म का अपमान एवं हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। राहुल 1984 दंगा पीड़ितों से माफी मांगें। यह बहुत अच्छी बात है कि उन्होंने हिंसा के बारे में बात की लेकिन उन्हें शायद 1984 में सिखों के साथ हुई हिंसा के बारे में पता नहीं है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि दिल्ली में ही बहुत से पीड़ित परिवार रह रहे हैं। राहुल गांधी को एक बार उनके पास जाकर माफी मांगनी चाहिए।