पीड़ित ट्रैक्टर मालिक महीनों से जेई व लाइनमैन से परेशान

संवाददाता महेश कुमार असोथर फतेहपुर

फतेहपुर असोथर ब्लॉक के जेई और लाइन मैन की लापरवाही व करतूत ग्रामीणों पर भारी पड़ रही है। बिजली न मिलने से ग्रामीणों का भीषण गर्मी में जीना दूभर हुआ। जेई और लाइनमैन पर जबरन ट्रॉली में महीनों से ट्रांसफार्मर रख ट्राली फंसा रखा है। वहीं सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार प्लाट के सामने से ट्रांसफार्मर हटाने के एवज में दो ग्रामीणों से 7 – 7 हजार हड़पने का मामला सामने आया है।

असोथर थाना क्षेत्र के प्रताप नगर में बीते 13 मई को 100 केवीए का ट्रांसफार्मर लोड अधिक होने से जल गया था। जिस पर 18 मई को 250 केवीए का ट्रांसफार्मर पास हुआ और उसे एक किसान के ट्रैक्टर ट्राली से जेई कमल कुमार ने लादकर लाइन चालू कर दी गयी। ग्रामीण अन्नू गुप्ता, ब्रजेश गुप्ता, मोनू सिंह, जूनियर सिंह, विनोद गुप्ता, राजू गुप्ता ने बताया कि 250 केवीए के ट्रांसफार्मर के लिए पक्के चबूतरे की आवश्यकता होती है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार जेई कमल कुमार ने दो प्लॉट मालिक जगदीश व गौरी शंकर दुबे से 7-7 हजार लेकर ट्रांसफार्मर दूसरी जगह लगाने की बात हुई लेकिन प्लाट मालिकों के सामने से न अभी तक ट्रांसफार्मर हटा और न ही ट्रैक्टर ट्रॉली मालिक की अभी तक ट्राली खाली हुई। जिससे गुस्साए ट्राली मालिक ने इंसुलेटर काट दिया। जिससे सैकड़ों घरों की लाइट गुम्म हो गई और दो दिनों से लाइट न मिल पाने से ग्रामीणों ने भ्रष्ट जेई पर कार्यवाही की मांग कर लाइन चालू करने की शिकायत किया।

इनसेट

गुस्साए ट्रैक्टर ट्राली मालिक द्वारा शाम चार बजे के करीब ट्राली में ट्रांसफार्मर लदा लेकर जाने की सूचना पर जेई कमल कुमार ने कर्मचारियों को भेजकर ट्रैक्टर मालिक से कहकर पॉवर हाउस उपकेंद्र असोथर में ट्राली से ट्रांसफार्मर उतरवाकर ट्राली खाली करवा कर मालिक ध्यान सिंह के सुपुर्द कर दिया। लेकिन स्थानीय ग्रामीणों को अभी तक बिजली के समस्या से छुटकारा नहीं मिल सका।

बोले ग्रामीण

प्रताप नगर के रहने वाले आनंद केसरवानी ने बताया कि विधुत विभाग की जर्जर व्यवस्था से समय से लाइट नहीं मिल पाती। जिससे भीषण गर्मी में हम लोग परेशान होते है। बच्चों की पढाई से लेकर पीने के पानी की बड़ी समस्या खड़ी हो गयी है।

नगर पंचायत के रहने वाले जूनियर सिंह ने कहा कि महीनों से जुगाड़ से चल रही लाइन हादसे को दावत दे रही थी। किसानों का जीवन डर के साये में रहा। गनीमत रही कि ट्राली में रखे ट्रांसफार्मर से ट्राली में करेंट नहीं उतरा, अन्यथा जेई की बड़ी लापरवाही से सैकड़ों ग्रामीणों की जान जा सकती थी।

बोले जिम्मेदार

जेई कमल कुमार ने कहा कि स्थानीय लोगों द्वारा चबूतरा बनाने को लेकर विरोध किया गया था। दूसरी जगह ट्रांसफार्मर के चबूतरे के लिए चिन्हित कर ली गई है। जल्द ही चबूतरा का निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। रात तक बिजली सुचारू रूप से संचालित कर दिया जाएगा।

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