बलवान सिंह
बाराबंकी। लहरों के डर से नौका पार नहीं होती, हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती ये पंक्तियां किसान पुत्र रितेश मौर्य पर सटीक बैठती हैं। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रिशिया इलाके के मुरावन पुरवा मजरे मलुआ भकुराह में किसान जगतराम व कौशल्या देवी के घर जन्मे रितेश मौर्य ने कड़े परिश्रम को अपना हथियार बनाया जिसके परिणाम स्वरूप अभी हाल ही में आए उत्तर प्रदेश के अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आखिर उनका फाइनल चयन सहायक सांख्याकीय अधिकारी (निदेशक अर्थ एवं संख्या प्रभाग) के पद पर हो गया। उनके चयन की खबर से उनके माता पिता इष्ट मित्रों व सगे संबंधियों में खुशी की लहर दौड़ गई। लोग उन्हें दूरभाष और उनके पैतृक गांव में उनके माता-पिता को बधाई देने पहुंचने लगे। बता दें रितेश ने प्राथमिक शिक्षा ग्रामीण अंचल से ली है। उनकी हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई रिसिया बहराइच के सरस्वती इंटर कालेज में हुई। उन्होंने स्नातक और परास्नातक की शिक्षा इलाहाबाद विश्व विद्यालय प्रयागराज की। उनके इष्ट मित्रों ने बताया कि रितेश बचपन से ही बहुत होनहार और अत्यंत परिश्रम के परिणाम स्वरूप उन्हें कामयाबी हासिल हुई है। रितेश की माता और पिता ने बताया कि उनका बेटा कभी पढ़ाई के दौरान परिवार पर बोझ नहीं बना इस दौरान तमाम समस्याएं आईं परंतु उसने कभी हिम्मत नहीं हारी जिसके परिणाम स्वरूप आज उन्हे सफलता हासिल हुई है। रितेश ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता गुरुजनों के साथ ईष्ट मित्रों को दिया है। उन्होंने कहा पढ़ाई में सफर के दौरान उन्हें जब कभी उन्हें निराशा हुई तो माता-पिता गुरुजनों के साथ उनके मित्रों ने उन्हे हौसला दिया। उन्होंने कहा यह हमारी मंजिल नहीं है ये सिर्फ शुरुआत है सफर अभी जारी रहेगा। उन्हे असिस्टेंट प्रोफेसर रॉबिन सिंह,ग्राम पंचायत सदस्य महासभा उत्तर प्रदेश के मुख्य संगठन मंत्री ध्रुव कुमार सिंह, महासभा के प्रदेश सलाहकार चैतन्य सिंह,प्रदेश महासचिव जयनारायण पटवा सहित महासभा के सैकड़ों पदाधिकारियों व सदस्यों ने शुभकामनाएं दी हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here