ब्यूरो प्रमुख बाराबंकी
23/04/2024
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा की पोती श्रेया वर्मा को समाजवादी पार्टी ने गोण्डा से टिकट दिया है। वो बाबा की हार का बदला लेने के लिए चुनावी मैदान में उतरी हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा की पोती श्रेया वर्मा आजकल सुर्खियों में हैं। वह सिर्फ इसलिए चर्चा में हैं ।कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 35 साल से भी कम उम्र के जिन युवाओं को मौका दिया है,। उनमें श्रेया भी शामिल हैं,। बल्कि इसलिए कि उन्हें गोंडा जैसी चुनौतीपूर्ण सीट से प्रत्याशी बनाया है।गोंडा के पड़ोसी जिले बाराबंकी की रहने वाली श्रेया ने स्कूली पढ़ाई वेल्हम गर्ल्स स्कूल देहरादून से और दिल्ली के रामजस कॉलेज से इकनाॅमिक्स में ऑनर्स किया है। कॉलेज की शिक्षा अपने बाबा बेनी प्रसाद वर्मा के साथ तब रहकर पूरी की, जब वे सांसद और केंद्रीय मंत्री थे। श्रेया के पिता राकेश वर्मा भीविधायक और राज्य सरकार में मंत्री रहे हैं। श्रेया बताती हैं ।कि दिल्ली में बाबा के साथ होने की वजह से उन्हें सियासी संस्कार और समाजवादी विचार मिला। श्रेया ने इसके पहले कोई चुनाव तो नहीं लड़ा,। लेकिन कॉलेज से निकलते ही सामाजिक राजनीति से वह जुड़ गई थीं। एक एनजीओ के साथ जुड़कर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में सुधार की मुहिम का हिस्सा बनीं तो घर लौटते ही सियासत में रम गईं।करीब चार साल पहलेसमाजवादी पार्टी में श्रेया की एंट्री ही महिला सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से हुई। 2022 का विधानसभा चुनाव आया ।तो बाराबंकी में न सिर्फ अपने पिता राकेश वर्मा के चुनाव की कमान संभाली, बल्कि इसी संगठन के बैनर तले पूरे प्रदेश में काम किया। राकेश वर्मा महज 217 वोटों के अंतर से हारे थे