नाड़ी परीक्षण विषयक राष्ट्रीय कार्यशाला के ब्रोशर का कुलपति प्रो. प्रजापति ने किया विमोचन।
2 एवं 3 अप्रैल 2024 को नाड़ी परीक्षा विषयक कार्यशाला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का होगा आयोजन।
स्नातकोत्तर क्रिया शारीर विभाग द्वारा आयोजित होगी कार्यशाला।
जोधपुर 21 मार्च 2024
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के पी.जी.आई.ए. के स्नातकोत्तर क्रिया शारीर विभाग द्वारा 2 एवं 3 अप्रेल 2024 को होने वाली नाड़ी परीक्षण विषयक कार्यशाला के ब्रोशर का विमोचन माननीय कुलपति प्रो.(वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति के कर कमलो द्वारा किया गया।
विमोचन के अवसर पर कुलपति प्रो. प्रजापति ने बताया कि आयुर्वेदीय शास्त्रीय ग्रंथो में त्रिदोषों के आंकलन में नाड़ी परीक्षण का महत्व हैं, नाड़ी परीक्षण चिकित्सक के कौशल पर अत्यधिक निर्भर हैं। आयुर्वेद के सन्दर्भ में नाड़ी ज्ञान का वैज्ञानिक रूप से विश्लेषण करने के लिए युगानुरूप में अनुसन्धान की आवश्यकता हैं। यह कार्यशाला आयुर्वेद विशेषज्ञ एवं स्नातकोत्तर अध्येताओं के लिए उपयोगी साबित होगी।
कार्यशाला के आयोजन सचिव एवं मीडिया प्रभारी डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने बताया कि महानगर आयुर्वेद सेवा संघ, नासिक के सहयोग से इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा हैं। जिसमे आयुर्वेद एवं नाड़ी विशेषज्ञ के.जी.एम. पी. आयुर्वेद महाविद्यालय मुंबई के पूर्व प्रोफेसर डॉ. विनायक विट्टल तावड़े एवं डॉ. खुशबू पाम्परा (डी वाई पाटिल स्कूल ऑफ़ आयुर्वेद, नेरुल, महाराष्ट्र ) शास्त्रीय संदर्भो के अनुरूप अतिथि व्याख्यान एवं प्रशिक्षणार्थियो को प्रशिक्षण देंगे। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. गोविन्द सहाय शुक्ल, प्राचार्य, प्रो. चन्दन सिंह, प्रो. गोविन्द प्रसाद गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजाराम अग्रवाल, डॉ. ब्रह्मानंद शर्मा, उपकुलसचिव डॉ. मनोज अदलखा, डॉ. अरुण दाधीच, कार्यशाला के कोर्डिनेटर डॉ. पूजा पारीक, डॉ. हेमंत एवं सदस्य डॉ. अनीश, डॉ. रमेश, डॉ. वर्षा, एवं क्रिया शारीर विभाग के स्नातकोत्तर अध्येता उपस्थित रहे।
डा दिनेश चन्द्र शर्मा
मीडिया प्रभारी
मनीष मेहता की रिपोर्ट जोधपुर राजस्थान से

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