मामला सफदरगंज क्षेत्र के पास पढ़ने वाले सदैवा गांव का है जहां पर एक दुकान में अपनी प्रज्ञा युग चेतना क्लीनिक खोलकर बैठे झोलाछाप डॉक्टर के के सिंह ने गरीब किसान की जिंदगी छीन ली यह पूरा मामला सफदरगंज का है जहां शनिवार की दोपहर सफदरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सदैवा गांव में रहने वाले रामू पुत्र रामनरेश के पेट में अचानक दर्द शुरू हो गया परिजन कस्बा सफदरगंज स्थित डॉक्टर के के सिंह के प्रज्ञा युग चेतना क्लीनिक पर ले गए डॉक्टर के मौजूद न होने पर चिकित्सक की गैर मौजूदगी में नाबालिक बच्चों से इलाज करवाना शुरू कर दिया परिजन द्वारा कहा गया कि यदि मामला गंभीर हो तो बाराबंकी भेज दो लेकिन उनकी इस बात पर गोविंद ने कहा कि हम ठीक कर देंगे कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है जब रामू पुत्र रामनरेश की तबीयत बिगड़ने लगी तो डॉक्टर के के सिंह ने ताबड़तोड़ इंजेक्शन लगाना शुरू कर दिया जिससे कुछ ही देर के बाद रामू पुत्र रामनरेश की मौत हो गई घटना के बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया मामला बढ़ता देख डॉक्टर के के सिंह फरार हो गया पर पहुंची सफदरगंज पुलिस ने मृतक के पुत्र दीपक की तहरीर पर शव का पंचायत नामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया लेकिन वहीं मृतक के पुत्र दीपक का आरोप है कि डॉक्टर को कुछ देर के लिए थाना सफदरगंज पुलिस ले तो गई पर वहां पर कोई कार्रवाई नहीं है और उसे रात ही में छोड़ दिया गया जब उसने इस बात की जानकारी थाना सफदरगंज में ली तो वहां के रहने वाले हल्का दरोगा और भी पुलिसकर्मियों ने यह कहकर उसे डराया धमकाया कि इधर-उधर दौड़ने से कोई फायदा नहीं यह लोग पैसे वाले हैं पैसा ले देकर काम रफा दफा करवा देंगे और तुम इसी तरह दौड़ते रहोगे मेरी बात मानो तो सुला समझौता कर लो जब राम नरेश पत्र दीपक ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट मांगी तो पुलिस वालों ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आगरा भिजवा दी गई है अभी तक मृतक परिवार वालों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं मिली लेकिन मृतक के पुत्र दीपक का कहना है कि उसके पिता ही घर का पालन पोषण करते थे अब उनके अचानक निधन से परिवार वाले सदमे में हो गए हैं मृतक रामनरेश के बड़े पुत्र दीपक ने शासन प्रशासन से गुहार लगाइ है दीपक का कहना है अगर झोलाछाप डॉक्टर के ऊपर कारवाई नहीं हुई और मेरे परिवार वालों को इंसाफ ना मिला तो मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के पास जाकर गुहार लगाऊंगा