अधिवक्ता मो.आसिफ की मेहनत लाई रंग पीड़ित को न्याय दिलाना मेरी पहली प्राथमिकता
फतेहपुर । डीजे संचालक बृजेश कुमार पुत्र मिश्रीलाल निवासी ग्राम भुरचुनी थाना धाता ने अपने भाई मृतक श्याम कुमार की हत्या के बाद पुलिस द्वारा हत्या का मुकदमा न लिखे जाने पर विद्वान अधिवक्ता मो.आसिफ के जरिये न्यायायल की शरण ली।और कोर्ट ने अधिवक्ता की दलीलें सुनने के बाद धाता पुलिस को मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना से अवगत कराने के निर्देश दिये गये हैं।
अधिवक्ता मो0 आसिफ ने बताया कि पीड़ित बृजेश कुमार जो कि डीजे संचालक है । और इसी व्यवसाय से वह अपने परिवार का पालन पोषण करता है। 25 अक्टूबर 2023 को मूर्ति विसर्जन के लिए गांव के ही विकास पटेल, महेन्द्र पटेल, खुल्लर सिंह, खुल्लर उर्फ बलवन्त, राजू, राजेश पीड़ित के घर डीजे लेने आये थे। पीड़ित ने मूर्ति विसर्जन में अपना डीजे ले जाने से मना कर दिया था। जिस पर उक्त लोग गाली गलौज करने लगे और राजू जबरन डीजे लेकर चल दिया। तब पीड़ित के भाई मुकेश, श्याम कुमार व राजकुमार भी डीजे के साथ चल दिये। उक्त लोग रास्ते में श्याम कुमार को लगातार जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर लगातार अपमानित कर रहे थे। डीजे का तेल खत्म हो जाने पर टैक्टर जोड़कर चल दिये। जुलूस गोकुलपुर पहुंचा तो डीजे बजना बन्द हो गया। जिस पर आक्रोशित होकर नीचे फेंक दिया। नीचे गिरे श्यामकुमार पर टैक्टर चढ़ाकर घायल कर दिया। जब इससे भी उक्त आरोपियों का आक्रोश शांत नही हुआ । तो दोबारा टैक्टर चढ़ाकर श्याम कुमार की हत्या कर दी। घटना की सूचना साथ रहे दोनों भाइयों ने पीड़ित को फोन पर दी गई। ग्राम प्रधान श्यामलाल गौतम के साथ मौके पर पहुंचकर पीड़ित अपने भाइयों के साथ खून से लतपत भाई को लेकर नर्सिंग होम पहुंचा जहां चिकित्सक ने श्याम कुमार को मृत घोषित कर दिया। तब पीड़ित ने घटना की सूचना पुलिस को दी और पुलिस के पहुंचने पर सीएचसी धाता ले गये। वहां भी चिकित्सक ने घायल श्याम कुमार को मृत घोषित कर दिया।शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने से पहले ही धाता पुलिस ने आरोपियों को बचाने के लिए श्याम कुमार की मौत हाई वोल्टेज की तार की चपेट में आ जाने से लिखे प्रार्थना पत्र पर करा लिया था। तब से पीड़ित न्याय के लिए भटक रहा था।
5 फरवरी 2024 को विनोद कुमार चैरसिया की अदालत ने दलीलें सुनने के बाद धाता पुलिस को मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना से अवगत कराने के निर्देश दिये हैं। आशा है कि पीड़ित की गुहार पर न्यायालय द्वारा दिये गये निर्देशों के बाद मृतक को न्याय मिल सकेगा।