मवेशियों को सर्दी की यातना कहीं अति महत्वाकांक्षा तो नहीं
बाराबंकी तहसील व विकासखंड रामनगर क्षेत्र की गौशालाओं में इस भीषण सर्दियों में खुले में मवेशी रहने को विवश है। बताते चलें कि ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पंचायत लैन सिलौटा आदि ग्राम पंचायतो की गौशाला में रह रहे मवेशियों के ठंडक से बचाव हेतु टीन शेड लगाए जाने की योजना को अमली जामा पहनाया जाना था किंतु ब्लॉक में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाह व उदासीन कार्य शैली के चलते यह योजना परवान नहीं चढ़ सकी, जिससे ठिठुरन भरी सर्दी की रातों में खुले में मवेशी गौशाला में रहने के लिए विवश है। सूत्रों के अनुसार संबधित जिम्मेदार अधिकारियों की अतिमहत्वाकांक्षा भी गौशालाओं के विकास में कहीं न कहीं बाधक बनी हुई है ।समय रहते यदि ईमानदारी से प्रशासनिक सहयोग गौशालाओं को मिलता और पर्याप्त टीन शेड बन जाते तो गौशाला के मवेशियों को ठंडक से कुछ राहत जरूर मिलती। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत लैन के गौशाला में एक टीन शेड का निर्माण जोरों से शुरू हुआ था किंतु ब्लॉक के जिम्मेदार अधिकारियों के रोक देने की वजह से निर्माण कार्य ठप हो गया। एक तरफ खुले में रह रहे मवेशियों के लिए टीन शेड बनाए जा रहे थे तो उन मवेशियों के हितों को नजरअंदाज करते हुए टीनशेड निर्माण कार्य रुकवाया जाना गौशाला के मवेशियों के लिए किसी कठोर यातना से कम नहीं है ।
क्या कहा बीडीओ ने हमारे संवाददाता ने रामनगर खंड विकास अधिकारी विजय सिंह से जानकारी प्राप्त की तो उन्होंने कहा कि इसको दिखवा लिया जाएगा ।अब सवाल यह उठता है कि इसको दिखवा लेने के लिए कोई ठोस रणनीति बनाकर ईमानदारी पूर्ण कार्यशैली से गौशालाओं में रह रहे मवेशियों के हित में कोई कार्य भी किया जाएगा या केवल ऐसे ही दिखवा लिया जाएगा कहकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा ।