हैदरगढ़-बाराबंकी।
देश में लागू हुए नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ हो रहे देश व्यापी आंदोलन के दूसरे दिन आज मंगलवार को बाराबंकी के हैदरगढ़ में ट्रांसपोर्टरो एवं वाहन चालकों ने चक्का जाम कर प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने बुझाने पर प्रदर्शनकारी चालक उप जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर वापस लौट गए। प्रदर्शन को लेकर एहतियात के तौर पर क्षेत्राधिकारी हैदरगढ़ जे0एन0 अस्थाना के नेतृत्व में कई थानों की फोर्स तैनात रही।मंगलवार को बड़ी संख्या में ट्रक मालिक व वाहन चालक केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए काले कानून के विरोध में नारेबाजी करते हुए हैदरगढ़ क़स्बे के मुख्य चौराहे पर पहुंच गए और जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। वाहन चालकों ने कहा कि कोई भी वाहन चालक जब घर से निकलता है तो वह यह सोचकर निकलता है कि उसके कारण किसी चींटी की मौत तक न होने पाए फिर भी यदि दुर्घटना हो जाती है तो उसके लिए नाम मात्र की मजदूरी पर वाहन चलाने वाले चालक को 10 साल की जेल एवं सात लाख का जुर्माना कहां न्याय की बात है।चालकों ने कहा कि किसी भी अवस्था में इस काले कानून को स्वीकार नहीं किया जाएगा और जब तक इस कानून को वापस नहीं लिया जाता तब तक चक्का जाम नहीं खुलेगा। प्रदर्शन कारियों के हंगामे के चलते लखनऊ सुल्तानपुर हाईवे के साथ-साथ बांदा बहराइच राजमार्ग कुछ समय के लिए बाधित रहा। मौके पर पहुंचे सीओ हैदरगढ़ जे एन अस्थाना, कोतवाली प्रभारी शशि प्रकाश त्रिपाठी व अन्य पुलिस कर्मियों ने रोड पर बैठकर जाम लगाने की कोशिश करने वाले प्रदर्शनकारी चालकों को कानून का पाठ पढ़ाते हुए उठने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियो ने बछरावां की तरफ कूच किया परंतु पुलिस ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के निकट रोक कर समझा बूझाकर वापस कर दिया।इस दौरान सीओ ने कहा कि किसी भी स्थिति में प्रदर्शनकारियो को यातायात बाधित नहीं करने दिया जाएगा और जरूरत पड़ने पर विभिन्न स्थानों की फोर्स के अलावा पीएसी बुला ली जाएगी। इसके बाद प्रदर्शनकारी तहसील मुख्यालय पहुंचे और उपजिलाधिकारी अनुराग सिंह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित ज्ञापन सौपकर काले कानून को वापस लेने की मांग की। ज्ञापन लेने के बाद उप जिलाधिकारी श्री सिंह ने चालकों को हिट एंड रन कानून के तहत किए गए बदलाव की सही जानकारी दी इसके बाद प्रदर्शनकारी तहसील मुख्यालय से अपने घरों के लिए रवाना हो गए जिस पर प्रशासन ने राहत की सांस ली।