बाराबंकी, अवैध संबंधों में बाधा बन रहे पति की हत्या को पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर अंजाम दिया। पहले पति की गुमशुदगी दर्ज कराकर पुलिस का ध्यान भटकाया। उसके बाद शव मिलने पर पांच लोगों को नामजद कर दिया। अजय शुक्ला हत्याकांड के खुलासे में लगी स्वाट/ सर्विलांस व असंद्रा थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने पत्नी व उसके प्रेमी को गिरफ्तार करने के साथ आलाकत्ल बरामद कर लिया। इसकी जानकारी शु़क्रवार को अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी डा. अखिलेश नारायण सिंह ने दी।
एएसपी ने बताया कि असंद्रा थाना क्षेत्र के मल्लूपुर मजरे सुपामऊ निवासी संतोष कुमारी ने 17 दिसंबर को पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनके पति अजय कुमार शुक्ला बाइक से मस्तान बाबा की कुटी पर जाने के लिए निकले थे। वापस नहीं लौटे। इस पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की। दो दिन बाद रामसनेहीघाट कोतवाली क्षेत्र के प्रताप पुरवा के पास जंगल में अजय शुक्ला का शव मिला। इसकी सूचना पर पत्नी संतोष कुमारी ने गांव के ही रामकुमार, असंद्रा के बाबा सोनी, प्रदीप , माताबदल व महेश पर हत्या का केस दर्ज कराया। पुलिस के हाथ लगे सुराग पर पुलिस ने थाना क्षेत्र के महमूदपुर निवासी नीरज विश्वकर्मा को हिरासत में लिया। इस पर वादिनी मृतक की पत्नी उसको छुडवाने की पैरवी में जुट गई। इस पर पुलिस को आशंका हुई तो इस दिशा में जांच तेज की तो हत्या की गुत्थी सुलझने लगी।
पुलिस ने वादिनी पत्नी व नीरज कुमार विश्वकर्मा को हिरासत में लेकर कडाई से पूछताछ की । एएसपी ने बताया कि अभियुक्तों से पूछताछ में यह बात सामने आई कि नीरज विश्वकर्मा की देवीगंज चौराहे पर घड़ी व चश्मे की दुकान है। छह वर्ष पहले मृतक की पत्नी दुकान पर गई तो दोनों में सम्पर्क हुआ। इसके बाद दोनों की फोन पर बात होने लगी। संतोष कुमारी से मिलने को लेकर नीरज ने अजय शुक्ला से दोस्ती कर ली। अजय शुक्ला नशे का आदी था और उस पर 15 लाख रुपये का कर्ज थ। वह अपनी जमीन बेचकर नशे पर खर्च देता था। नीरज ने अजय की आर्थिक मद्द करने के साथ ही भूमि विवाद में भी मदद करता था।
प्रेम प्रसंग में बाधा बन रहे पति को रास्ते से हटाने के लिए पत्नी संतोष कुमारी ने प्रेमी नीरज विश्वकर्मा से मिलकर पति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। गड़े धन का लालच देकर नीरज ने योजना के मुताबिक अजय को फोन कर अपनी दुकान पर बताया। इस दौरान पत्नी ने अजय का मोबाइल फोन घर पर रखवा लिया। दुकान पर अजय के पहुंचते ही नीरज उसके साथ चला गया। दोनों एक बाइक से रामसनेहीघाट कोतवाली के प्रतापपुरवा के जंगल के पास ले गया। जहां पर अभियुक्त नीरज विश्वकर्मा ने अजय के सिर पर हेलमेट से हमला कर दिया। जमीन पर गिरते ही चाकू से मारकर हत्या कर दी