ड्यूटी का समय पूरा होने पर 18 घंटे विलम्ब से चल रही सहरसा एक्सप्रेस का लोको पायलट (ड्राइवर) ट्रेन को लखनऊ गोंडा रेलखंड के मध्य स्थित बुढ़वल जंक्शन रेलवे स्टेशन पर खड़ी कर चला गया। कई घंटे ट्रेन के खड़ी रहने पर भूखे प्यासे हज़ारों यात्री हंगामा करते हुए ट्रैक पर उतर गए और स्टेशन पहुंची बरौनी एक्सप्रेस को भी रोक लिया। करीब पौने चार घंटे बाद दूसरा लोको पायलट आने पर दोनों ट्रेन अपने अपने गंतव्य को रवाना हो सकी। रेलवे की ये लापरवाही लोगो के बीच चर्चा का विषय बनी रही।मामला रामनगर इलाके के बुढ़वल रेलवे स्टेशन का है। जहां आज बुधवार की दोपहर 01:15 बजे बिहार के सहरसा से यात्रियों को लेकर नई दिल्ली जा रही सहरसा एक्सप्रेस जब बुढ़वल स्टेशन पर पहुंची तो लोको पायलट (ड्राइवर) ट्रेन से उतरकर चला गया। काफी देर तक तो यात्रियों को कुछ समझ में नहीं आया कि ट्रेन क्यों खड़ी है। काफी समय गुज़र जाने पर जब यात्रियों ने रेलवे स्टेशन पर जाकर पूछताछ की तो पता चला कि ट्रेन के ड्राइवर की ड्यूटी खत्म हो गई है। इसलिए वह अब आगे नहीं जाएगा। यात्रियों ने जब दूसरे ड्राइवर की व्यवस्था करने को कहा तो स्टेशन अधीक्षक मनोरंजन कुमार कोई जवाब नहीं दे सके।इस पर गुस्साए यात्रियों ने रेलवे स्टेशन पर हंगामा काटना शुरू कर दिया। इस दौरान शाम 04:34 पर बरौनी एक्सप्रेस जब बुढ़वल स्टेशन पर रुकी तो हंगामा कर रहे सहरसा एक्सप्रेस के यात्रियों ने बरौनी एक्सप्रेस के आगे खड़े होकर उसे भी रोक लिया कहने लगे जब तक हमारी ट्रेन के लिए दूसरा ड्राइवर नही आता हम किसी ट्रेन को नही जाने देंगे। सुरक्षा बलों के काफी समझाने बुझाने के बाद करीब सवा घंटे बाद शाम 05:46 पर बरौनी ट्रेन आगे रवाना हो सकी।स्टेशन अधीक्षक मनोरंजन कुमार ने बताया कि ट्रेन के ड्राइवर की ड्यूटी पूरी हो जाने की वजह से वह ट्रेन को खड़ी कर चला गया था। गोण्डा से दूसरा लोको पायलट आने के बाद ट्रेन को अपने गंतव्य के लिए रवाना किया है। वहीं यात्रियों का कहना है कि जब ट्रेन के ड्राइवर की ड्यूटी पूरी हो चुकी थी तो रेलवे प्रशासन को ट्रेन आगे ले जाने के लिए दूसरे ड्राइवर को समय पर भेजना चाहिए था, लेकिन रेलवे विभाग की लापरवाही के चलते ट्रेन करीब पौने चार घंटे खड़ी रही। जिसकी वजह से हज़ारों यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।