ग्रामीण इलाकों की आठ प्रमुख सड़कों का नव निर्माण होगा। क्योंकि यह सड़कें चलने लायक नहीं रह गई हैं। इनके निर्माण पर पांच करोड़ 70 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
ग्रामीण इलाकों की आठ प्रमुख सड़कों का नव निर्माण होगा। क्योंकि यह सड़कें चलने लायक नहीं रह गई हैं। इनके निर्माण पर पांच करोड़ 70 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। शासन ने इसके लिए तीन लाख 86 हजार रुपये आवंटित भी कर दिए हैं। कुछ सड़कों पर निर्माण कार्य शुरू है जो जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इन सड़कों के बन जाने से कई साल से ऊबड़-खाबड़ मार्गों से गुजर रहे करीब 250 गांवों और कई कस्बों की चार लाख की आबादी का आवागमन आसान हो जाएगा। साथ ही स्कूली बच्चों को भी राहत मिलेगी।
टिकैतनगर रामसनेहीघाट मार्ग से मरखापुर तक 93.33 लाख रुपये से सड़क बनाई जाएगी। इसी तरह सआदतगंज से दरवेशपुर होते हुए गहरेला तक 1.23 करोड़ रुपये से सड़क बनाई जाएगी। लखनऊ-अयोध्या नेशनल हाईवे से नारायणपुर तक करीब 76 लाख रुपये से सड़क बनेगी तो लखनऊ कुर्सी महमूदाबाद मार्ग से बहरौली तक 61 लाख की लागत से सड़क बनाई जाएगी।
शहर के निकट बंकी ब्लॉक के अलीपुर चेचरुआ से भयारा मार्ग तक भी 72 लाख रुपये से नई सड़क बनेगी। वहीं, देवा ब्लॉक में रसूलपुर किदवई गांव से जियनपुर तक साढ़े 81 लाख रुपये से तो मदनपुर से शेखनापुर तक 64 लाख की लागत से सड़क का निर्माण कराया जाएगा। इन सभी सड़कों के निर्माण पर करीब पांच करोड़ 70 लाख रुपये खर्च होंगे। इन सड़कों के बन जाने से करीब चार लोगों का आवागमन आसान हो जाएगा।
गुणवत्ता का ध्यान रखने की हिदायत
जिले के ग्रामीण इलाकों में जल्द से जल्द इन सड़कों का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। सड़क निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी गई है।
- आरके राम, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग