मानवता एवं प्रेम से बढ़कर कुछ नहीं : उपजिलाधिकारी पवन कुमार
फतेहपुर, बाराबंकी। समाज में हम सभी को प्रेम और भाई-चारे के साथ रहना चाहिए। मानवता एवं प्रेम से बढ़कर कुछ नहीं। हम सब एक ईश्वर की संतान हैं। उक्त विचार क़ौमी एकता एवं मानवता की एक अज़ीम मिसाल, मशहूर सूफ़ी बुज़ुर्ग हज़रत मखदूम शेख हिसामुद्दीन चिश्ती रह0 के उर्से-मुबारक के मौके पर लगने वाले पन्द्रह दिवसीय मेले का उदघाटन करते हुए उपजिलाधिकारी तहसील पतेहपुर पवन कुमार द्वारा व्यक्त किये गए। उन्होंने आगे कहा दरगाहों से अम्न, शान्ति व मानवता का संदेश मिलता है। तत्पश्चात चरागां का कार्यक्रम हुआ इसके बाद उपजिलाधिकारी तहसील फतेहपुर पवन कुमार, क्षेत्राधिकारी फतेहपुर रघुवीर सिंह, प्रभारी निरीक्षक थाना फतेहपुर धीरेन्द्र कुमार सिंह, चौकी प्रभारी हरिशचन्द्र सहित सम्भ्रांत लोगों द्वारा मज़ारात पर चादर चढ़ाते हुए नजराना-ए-अक़ीदत पेश किया गया। दरगाह के सज्जादानशीन शेख़ काशिफ ज़िया ने सभी अतिथियों की गुलपोशी करके स्वागत किया। सभी ने मुल्क की अम्न व सलामती के लिए दुआ की।
मालूम हो कि मशहूर सूफी हज़रत मखदूम शेख़ हिसामुद्दीन चिश्ती रह0 की निस्बत से लगने वाला मेला, महान सूफी हाजी वारिस अली शाह रह0 की दरगाह देवा शरीफ के मेला के फौरन बाद होता है। इस मौके पर शेख़ तालिब ज़िया, वरिष्ठ चिकित्सक एवं समाजसेवी डॉ0 समर सिंह, डॉ0 जमालुद्दीन अलीग, मास्टर अहमद सईद, मास्टर सलाहुद्दीन किरमानी, सचिव मेला कमेटी राहत अली, एडवोकेट अवधेश श्रीवास्तव, मेला इन्चार्ज बल्लू एडवोकेट, हाजी नूरुल हसन, इब्राहीम खान, मोहम्मद अकरम अंसारी, आफ़ताब आलम, मोहम्मद फारूक, पत्रकार जावेद अख़तर सहित काफ़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।