एक साथ जले हजारों दीपों से जगमग हुआ सत्संग स्थल व पक्का तालाब
इटावा-श्री श्री गौर निताई परिवार के तत्वधान में दीपावली के पावन पर्व पर दीपावली दीपोत्सव का भव्य आयोजन पक्का तालाब स्थित सत्संग स्थल पर किया गया। यहां पर भक्तों के द्वारा एक साथ हजारों दीप जलाए गए जिससे पक्का तालाब के किनारे व आसपास का क्षेत्र जगमग हो उठा वही भक्तों ने जमकर आतिशबाजी भी चलायी। हरि नाम संकीर्तन व भजनों पर देर रात तक श्रद्धालु झूमते रहे। दीपोत्सव को लेकर भक्तों में अपार उत्साह दिखाई दिया।
दीपोत्सव की शुरुआत सनातन धर्म के प्रचारक पंडित मनुपुत्र दास ने भगवान दामोदर व भगवान गौर निताई की पूजा अर्चना व आरती के साथ की। उन्होने भक्तों को हरिनाम संकीर्तन व श्री राधा नाम संकीर्तन कराया। भक्तों के द्वारा रावण का वध कर अयोध्या में भगवान राम के आगमन की खुशी में भजन भी प्रस्तुत किए गए। संकीर्तन व भजनों पर श्रद्धालु जमकर झूमे। सत्संग स्थल को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया था वही भक्तों के द्वारा विभिन्न प्रकार की आकर्षक रंगोली भी सजाई गई थी। सत्संग स्थल पर भगवान दामोदर व भगवान गौर निताई के समक्ष दीप जलाने के बाद पक्का तालाब के किनारे के क्षेत्र में भी हजारों दीप जलाए गए दीप जलाने के बाद भक्तों के द्वारा खूब आतिशबाजी भी चलाई गई। सत्संग स्थल गौर निताई परिवार के एक साथ सैकड़ो भक्तो के द्वारा मनाये गये दीपावली दीपोत्सव को नगर वासियों ने काफी सराहा।
इस मौके पर पंडित मनुपुत्र दास ने भक्तों को दीपोत्सव का महत्व बताते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में कोई भी नियम या परंपरा खोखली नहीं है। हमारे मनीषी ऋषियों ने गहन शोध के बाद ही हर उस नियम को जीवन से जोड़ा है, जो सार्वजनिक रूप से सकारात्मकता लाता है। दीपक जलाना भी एक ऐसा ही नियम है जो जीवन को उसके मूलतत्वों से जोड़ता है और व्यक्ति को सकारात्मक रूप से ऊर्जावान बनाता है। दीपक जलाने के साथ ही हमारे शरीर का अग्नि तत्व जागृत हो जाता है। हमारा शरीर पंचतत्वों से बना है, जिनमें धरती, आकाश, अग्नि, वायु और जल सम्मिलित हैं। इनमें भी अग्नि हमारे अस्तित्व का एक अटूट हिस्सा है। माना जाता है कि जब हम किसी कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि के प्रारंभ में दीप प्रज्वलित करते हैं तो उसी के साथ हम अपने अस्तित्व को जीवंत कर रहे होते हैं।दीपक जलाने से न केवल जीवन का अंधकार दूर होता है बल्कि घर में मौजूद निगेटिव एनर्जी भी दूर होती है। शास्त्रों के अनुसार, दीपक जलाने से जीवन की परेशानियां खत्म हो जाती हैं। साथ ही वास्तु शास्त्र में भी यह माना गया है कि दीपक जलाने से वास्तु दोष दूर हो जाते हैं।