बाराबंकी।01 से 30 सितम्बर तक आयोजित राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत आज शुक्रवार को मसौली ब्लाक सभागार में गंभीर एनीमिया से ग्रसित गर्भवती महिलाओ को पोषण किट का वितरण ब्लाक प्रमुख रईस आलम एव खण्ड विकास अधिकारी डा संस्कृता मिश्रा द्वारा किया गया। इस अवसर पर बीडीओ और ब्लॉक प्रमुख द्वारा 6 माह के पूर्ण हो चुके बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया और स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा कार्यक्रम के तहत स्वस्थ बच्चों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए ब्लाक प्रमुख रईस आलम ने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कुपोषित महिलाओ व बच्चों की पहचान करना है। अगर कोई कुपोषण के दायरे में है तो उनको उचित आहार दे, ताकि सभी बच्चे व महिलाए कुपोषण के दायरे से बाहर आ सके। इसके साथ-साथ आंगनबाड़ी बहने घर घर जाकर कुपोषण से बचने के उपाय के बारे में लोगो को जागरूक करे।
खण्ड विकास अधिकारी डा0 संस्कृता मिश्रा ने कहा कि पोषक तत्व खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले पदार्थ हैं। जिनका उपयोग करने से हमारा शरीर बढ़ने, प्रजनन करने और जीवित रहने के लिए करता है। शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिये कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन और खनिज सहित विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों का सही अनुपात में सेवन करना जरूरी है। डॉ प्रीति वर्मा ने गर्भवती महिलाओं को एनीमिक होने से बचने के लिए विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
बाल विकास परियोजना अधिकारी सुलेखा यादव ने पोषण एवं स्वास्थ्य पर चर्चा करते हुए कहा कि पोषण स्वास्थ्य और विकास का मूलमंत्र है। जिसके माध्यम से व्यक्ति और समुदाय के सभी सदस्यों को आवश्यक पोषक तत्वों, ऊर्जा और पोषण की आवश्यकताओं को प्राप्त करने का अवसर मिलता है। पोषण आहार, स्वास्थ्य देखभाल, जल, स्वच्छता और सही जीवनशैली के संपूर्ण पक्षों को समाविष्ट करता है।
इस मौके पर बाल विकास परियोजना अधिकारी सुलेखा यादव, मुख्य सेविका निहारिका, भावना राणा, रेनू सिंह, सरोज, रेनू वर्मा सहित दर्जनों आंगनवाड़ी कर्मी एव महिलाए मौजूद रही।