➡️ जिले की सड़के बनी तालाब, यात्रा करना हुआ जोखिम भरा कार्य
फतेहपुर। भीषण गर्मी के बाद जिले मे हो रही लगातार बारिश से मौसम सुहावना हो गया भीषण गर्मी से जन मानस को निजात मिली। वही बारिश का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे किसानो को बड़ी प्रसन्नता हुई। हालाकि तेज आधी तूफान से के कारण फसलों को नुकसान भी पहुंचा है।
जिले मे हो रही लगातार बारिश ने जिले की सड़को की पोल खोल दी है जल निकासी की व्यवस्था न होना ,खस्ता हाल सड़को की हालत बारिश के मौसम में राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है। गड्ढा युक्त सड़को में जब जल भराव हो जाता हैं तो अक्सर यात्री गड्डे के आकार का अंदाजा नहीं लगा पाते है और गिर कर घायल होते रहते है जिले के कुछ प्रमुख मार्गो को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर मार्गो की हालत खराब है बारिश होने पर गड्डे युक्त मार्गो में चलना यात्रियों के लिए अत्यंत ही कठिनाई भरा कार्य होता है। अगर पड़ोसी जनपदों से तुलना की जाए तो फतेहपुर के मार्गो की स्थिति अत्यंत खराब है। हाईवे तथा कुछ मार्गो को छोड़ दिया जाए तो अधिकतर मार्ग अपने निमार्ण की प्रतिक्षा कर रहे है सबसे खराब हालात यमुना तटवर्ती गांवो के मार्गो की है जहां के मार्ग या तो तालाब नुमा हो जाते है या तो कीचड़युक्त नाले । जिले की सड़को की विशेषता यह है की कुछ सड़के निमार्ण के कुछ दिनों बाद ही उखड़ जाती हैं और जनता उनके बुरे हाल को देखकर कह उठती हैं कि इससे बेहतर तो कच्ची थी। जिले मे कई मार्ग ऐसे भी है की स्वतंत्रता के बाद से अपने निमार्ण की प्रतिक्षा कर रहे हैं कुछ गड्डे युक्त मार्ग ऐसे भी है की पहली बार कब बने लोगो को याद नहीं। विचारणीय प्रश्न यह है कि मार्ग निर्माण के क्षेत्र में महत्व पूर्ण कार्य करने वाली योगी सरकार फतेहपुर जिले की क्यो उपेक्षा कर रही है? या हमारे जन प्रतिनिधि सरकार तक जन समस्याएं नहीं पहुंचा पा रहे हैं।