फतेहपुर जिले के हसवा कस्बे में पहली से लेकर दसवीं की मोहर्रम पर जनपद सहित अन्य जनपदों विभिन्न पदों में नौकरी-पेशा करने वाले शिया समुदाय के लोग परिवार के साथ मोहर्रम करने के लिए दस दिनों तक गाँव में रहते हैं। शनिवार को दसवीं मोहर्रम में हरे हाता और लाल हाता होकर बाजार में अन्य ताजियो के साथ -साथ और धीरे -धीरे करबला की ओर सारे ताजियो का जूलुस चल रहा था।वही बाजार में ताजियो का कफिला पहूँचा।बड़ी संख्या में हिन्दू धर्म और मुस्लिम धर्म के लोगों ने ताजियो पर रेवड़ियाँ चढाया गया। उधर मोहर्रम के आखिरी दिन बच्चों और महिलाओं ने गोलगप्पे खा कर आनन्द लिये तो वही लोगों ने सेधेलवा की खुब खरीदारी किया। और महिलाओं ने घरेलू सामान की खुब खरीदारी किया। और बच्चों ने खिलौने और गुब्बारा ख़रीद कर आनन्द उठाया। देर शाम को सारे ताजियो को करबला में दफन कर दिया गया।