मोहर्रम की दसवीं तारीख को इमाम हुसैन की कर्बला में हुई शहादत को याद करते हुए दूर दूर से आई हुई जनता और क्षेत्रीय लोगों ने शर्बत लंगर मिठाई पुलाव और भी कई अन्य चीजों को बाट कर कर्बला में शहीदों को मातम कर याद किया जिसमे हिन्दू और मुस्लिम सभी का सहयोग रहा ग्राम के लोगो को शर्बत पानी और मिठाई की व्यवस्था करायी गयी जिसमे मोनू खान लड्डन वसीम उजैर खां नफीस अहमद नईम अहमद रूआब अली जुबेर अहमद मोहम्मद हाशिम आदि सैकड़ों लोगों के साथ मोहर्रम की ताजिया पूरे कस्बे में पुलिस की मौजूदगी में घुमाया गया और भी बहुत से क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे।