फतेहपुर जिले के कृषि विज्ञान केंद्र थरियाँव में गत 1 माह से चल रहे स्मॉल डेरी फार्मर शिक्षण के अंतिम दिन प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी डॉ. संजय कुमार पांडेय ने बताया कि सभी प्रतिभागियों ने बड़े मनोयोग से प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया, तथा डेयरी व्यवसाय को और लाभकारी बनाने के लिए विभिन्न पहलुओ जैसे डेरी फार्म की प्लानिंग, डेयरी व्यवसाय में आने वाली विभिन्न समस्याएं व उनके समाधान,
अच्छी नस्लों का चुनाव, उनकी आहार व्यवस्था, आवास व्यवस्था, रोग बीमारियों के नियंत्रण, विपणन,
हरा चारा उत्पादन तकनीक, डेयरी के विभिन्न प्रोडक्ट बनाने की जानकारी आदि विषयो के बारे में विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा विस्तार से बताया गया। इसी क्रम में आज पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ अभिषेक सिंह द्वारा पशुओं में होने वाले विभिन्न घातक रोग जैसे थनैला, रिपीट बिल्डिंग, बेल निकलना आदि रोगों के कारण, बचाव व उनके उपचार के बारे में विस्तार से बताया गया। उन्होंने विभिन्न रोगों के प्रभावकारी होम्योपैथिक इलाज की भी जानकारी दी जिससे पशुपालक भाई पशुओं के इलाज में होने वाले भारी खर्चे से बच सकते हैं। पिछले एक माह से चल रहा है यह शिक्षण पूर्ण रूप से सफल रहा।

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