आगरा/बाह। कस्बा बाह क्षेत्र के अंतर्गत मोहल्ला जैन नगर में उपाध्याय परिवार द्वारा भागवत कथा का आयोजन कराया जा रहा है। गुरुवार को विशाल 101 कलशों की कलश यात्रा के साथ आयोजन शुरू हो गया। कलश यात्रा जैंननगर से शुरू होकर ढोल नगाड़ों के साथ धूमधाम से कस्बा क्षेत्र में भ्रमण करते हुए निकाली गई। रथ पर सवार वृंदावन से पधारे कथा वाचक शास्त्री पंडित विवेक मिश्रा जी व्यास जी कलश यात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे। भागवत कथा का आयोजन परीक्षित बने राकेश उपाध्याय एवं श्रीमती उपाध्याय द्वारा कराया जा रहा है। कलश यात्रा के साथ भागवत कथा के प्रथम दिन कथा वाचक शास्त्री पंडित विवेक मिश्र द्वारा अपने उद्बोधन में श्रीमद् भागवत महात्म्य के विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस कलयुग में मनुष्य अपने भावों को सत्संग के जरिए ही स्थिर रख सकता है। सत्संग के बिना विवेक उत्पन्न नहीं हो सकता और बिना सौभाग्य के सत्संग सुलभ नहीं हो सकता।
श्रीमद् भागवत कथा का 7 दिनों तक श्रवण करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप धुल जाते हैं, मनुष्य अपने जीवन में सातों दिवस को किसी ने किसी देवता की पूजा अर्चना करता है ,लेकिन मानव जीवन में आठवां दिवस परिवार के लिए होता है। जीवन में भजन, और भोजन में अंतर बताते हुए कहा कि भजन में कोई मात्रा नहीं होती ,भजन करने से मानव का मन सीधा ही प्रभु से जुड़ जाता है।
उसी प्रकार भोजन में मात्रा होती है, मनुष्य को भोजन को भजन एवं प्रसाद के रूप में ग्रहण करना चाहिए । भागवताचार्य स्वामी द्वारा कथा वाचन के दौरान कहा गया ।कि इस कलयुग में केवल भोलेनाथ ही शीघ्र भक्ति से प्रसन्न हो जाते हैं। केवल 3 महीने भोलेनाथ की भक्ति करने से मनुष्य के सब कार्य सिद्ध हो जाते हैं। प्रथम दिन की कथा के समापन से पूर्व आरती की गई ,आरती करने के पश्चात उपस्थित श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण किया गया। उपाध्याय परिवार द्वारा क्षेत्र के लोगों से भागवत कथा का श्रवण और सुनने के लिए अपील की गई है।

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