फतेहपुर जनपद में शिक्षक प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए जिला प्रशिक्षक समूह का गठन किया गया है। इस समूह के सदस्य के रूप में जनपद के सभी एसआरजी, एआरपी, डायट मेंटर और जनपद में काम करने वाली लैंग्वेज एण्ड लर्निंग फाउण्डेशन टीम के सभी सदस्य हैं। जिला प्रशिक्षक समूह की दो दिवसीय क्षमतावर्धन कार्यशाला का आयोजन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में 27 से 28 दिसंबर तक किया गया। इस कार्यशाला में कक्षा-कक्ष में शिक्षण प्रक्रिया को मजबूत बनाने के लिए शिक्षक संदर्शिकाओं के उपयोग पर सपोर्टिंव सुपरविज़न के संदर्भ में बातचीत की गई। दो दिवसीय कार्यशाला के दौरान फतेहपुर जनपद को निपुण बनाने के लिए पहली से तीसरी कक्षा में भाषा व गणित को लेकर होने वाले कार्य के संदर्भ में सघन चर्चा व प्रतिभागियों द्वारा डेमो किया गया।
इसके समापन अवसर पर प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए डायट प्राचार्य नज़रुद्दीन अंसारी महोदय ने कहा, “कक्षा-कक्ष में शिक्षण प्रक्रिया को जीवंत बनाने, कक्षा में बच्चों की भागीदारी बढ़ाने और शिक्षण की प्रक्रिया को शिक्षक संदर्शिका व कार्यपुस्तिका के माध्यम से करने पर ज़ोर देने की जरूरत है। लैंग्वेज एण्ड लर्निंग फाउण्डेशन के सहयोग से अकादमिक क्षमतावर्धन के माध्यम से कक्षा-कक्ष में शिक्षण की प्रक्रिया को बेहतर बनाने व बच्चों के अधिगम स्तर के उन्नयन हेतु साझे प्रयास सतत जारी रहेंगे।”
जिला प्रशिक्षक समूह के नोडल अशोक त्रिपाठी ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि इस कार्यशाला में सीखी गई बातों को आप शिक्षकों तक भी पहुंचाएंगे और कक्षा-कक्ष में होने वाली शिक्षण प्रक्रिया को रोचक व मनोरंजक पूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे। एलएलएफ की टीम ने दो दिनों की कार्यशाला में निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए भाषा व गणित शिक्षण की प्रक्रिया को डेमो द्वारा अवगत कराने का प्रयास किया और इस दौरान गणित किट का भी उपयोग किया गया, यह एक अच्छा प्रयास है जिसका लाभ सभी शिक्षकों को मिलेगा।
इस कार्यशाला के दौरान राज्य संदर्भदाता समूह के सदस्य राजेश त्रिपाठी, राधेश्याम दीक्षित, जयचन्द्र पांडे और डायट मेंटर संजीव सिंह, कृष्ण प्रताप सिंह और लैंग्वेज एण्ड लर्निंग फाउंडेशन के स्टेट हेड अरविन्द सिंह, जिला प्रबंधक वृजेश सिंह समेत स्टेट टीम से मनोज गुप्ता, विपिन पाण्डेय, विमल मिश्रा व जनपद की टीम से महीप शर्मा व सबा ख़ान समेत एलएलएफ के सभी सदस्य उपस्थित रहे।