खागा/फतेहपुर जनपद की जिम्मेदार आला अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारीयों की कुम्हरणी निन्द्रा की सह पर शहर की नामी गिरामी क्लीनिक संचालक सरकार द्वारा वेतन भोगी पदाधिनष्त डाॅ के नाम की आड में झोला छाप डॉक्टर, रिक्शा चालक, साइकिल पंचर रिपेयर, नव निहाल चाय समोसा विक्रेता अपने आप को एम बी बी एस डाॅ बता कर भोले भाले तीमारदार की जेब में डाक डाल रहे हैं वही खागा कस्बे में जगह जगह लगातार क्लीनिक में एक माह पर चौथी बार जान लेवा घटना की खबर प्रकाशित होने के बाद भी क्लीनिक संचालकों पर कार्यवाही के नाम पर ध्रस्टराज की निन्द्रा मे सोए अधिकारियों की नींद खुलने को नाम नहीं ले रही है जहाँ आज फिर एक बिन ब्याही नाबालिक यूवती के अनचाहे अबोशण मे अवैध तरीके से संचालित द पल्स क्लीनिक संचालक व डाॅ की लापरवाही से जान चली गयी जिसपर मृतका के नजदीकी रिश्तेदार कल्लू ने इलाज के दौरान लापरवाही से मौत का आरोप लगाया तो संचालक डाॅ हुआ मोबाइल फोन क्लीनिक बंद कर फरार जिसके बाद भी अबतक प्रसासन के जिम्मेदार सासन के नियम की धज्जियां उडाने वालों पर कार्यवाही के वजाय आख मिचोली पंसाशारी खेल रहे हैं,?
वही खागा कस्बे व तहसील क्षेत्र में भारी संख्या में मौत के सौदागरों द्वारा मरीजों की जिन्दगी से खूनी खेल खेलने वालों का गढ बनता जा रहा है जिन्होंने ग्रामिणांचल क्षेत्र में भी विना नामी गिरामी क्लीनिक( मुर्गा बकरा बना कर फुटपाथ मे हलाल करने जैसी) दुकान सजा रख्खी है जिन्होंने अपनी गुण्डा गर्दी के बल पर क्षेत्रीय प्रसासन को खरीदने की धमकी भरी अभद्रता और सासन के नियम मे गाली भरी कालिक पोत रहे हैं,वही सासन और प्रसासन ने भारत सरकार के कानून की धारा पर जानलेवा हमला व जान से मारने की धमकी और प्रयास पर कडाके दंडनीय प्राविधान बताया है तो वहीं भगवान मानें जाने वाले डाक्टर साहब की काली करतूतों से क्षेत्र में अनपढ़ झोला छाप मरीजों को हजामती लाल की भांति हलाल करते हैं ,?