खखरेरू उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ अधिकारियों व कर्मचारियों को सभी फरियादियों के सामने नम्रता से शिकायत को सुनना और पीड़ित को उचित न्याय दिलाने का आदेश जारी किए हुए हैं लेकिन कुछ कर्मचारियों का रवैया बिल्कुल उलट है ताजा मामला खखरेरू थाना क्षेत्र के खखरेरू कस्बे का है जहां पर लेखपाल द्वारा पीड़ित को जाति सूचक शब्द का प्रयोग करने पर पीड़ित द्वारा थाने में शिकायती पत्र दिया जिसमें बताया गया कि इम्तियाज अहमद का अपने चचेरे भाई के साथ रास्ते पर दरवाजे को लेकर विवाद चल रहा है पीड़ित द्वारा तहसील दिवस पर शिकायती पत्र दिया गया था जिसको लेकर क्षेत्रीय लेखपाल के द्वारा मौके पर जाकर जांच पड़ताल की गई पीड़ित को न्याय तो दूर की बात लेखपाल के द्वारा विपक्ष का दरवाजा रास्ते की तरफ निकलवा दिया पीड़ित के द्वारा निर्णय का विरोध किया गया तो लेखपाल ने पीड़ित को जातिसूचक धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्दों का प्रयोग किया अगर पीड़ित की माने तो लेखपाल ने गांव के काफी लोगों की उपस्थिति के दौरान दाढ़ी मुंडवाने की धमकी दी जिसमें पीड़ित की धार्मिक भावनाओं को गहरा आघात पहुंचा जिसको लेकर आज पीड़ित द्वारा थाना खखरेरू में शिकायती पत्र दिया गया इस संबंध में थानाध्यक्ष खखरेरू से जानकारी लेने पर बताया गया पीड़ित द्वारा शिकायती पत्र दिया गया है जिसको लेकर मामले की जांच की जा रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here