खागा /फतेहपुर
नेशनल हाईवे टोल प्लाजा कटोघन के पास अपनी रोजी-रोटी के लिए खुल्चा ठेला गुमटी वालों ने रोजमर्रा की जिंदगी जी कर चाय पान की दुकान रखे हुए थे जहां पर पी एन सी कर्मचारियों का बुलडोजर अपनी मनमाने तोरे से बिना सूचना दिए हुए जबरन तानाशाही दिखाते हुए लोगों की गुमटी वा टीन छप्पर तोड़कर धरा शाही करते हुए बंद गुमटी को सामान सहित भरा हुआ सड़क से लगभग 30 मीटर की दूरी पर फेंक दिया तो वहीं पास में स्थित दुकानदार की सूचना पर मौके पर पहुंचे लोगों ने जानकारी जुटाना चाहा तो उन्होंने तानाशाही के बल पर जानकारी देने से मना कर दिया और कहा कि जिला अधिकारी महोदय का आदेश है जिसके द्वारा हम सड़क के किनारे रखे हुए गुमटी व टीन छप्पर को खाली करवा रहे हैं/
जी हां कटोघन टोल प्लाजा के आसपास लगने वाली गुमटी चाय पान मसाला की दुकान नेशनल हाईवे के किनारे कटी हुई अपनी जमीन के कुछ टुकड़े पर रखे हुए हैं जो कि मुआवजे के तहत नेशनल हाईवे अधिग्रहण कर लिया है परंतु अभी उनका स्ट कारों की जमीन से नेशनल हाईवे की जमीन के पीछे स्थित है जिन पर दुकानदार भाइयों ने आखिरकर सड़क के किनारे खड़े होने वाले ट्रक या टोल प्लाजा में काम करने वाले वर्करों आने वाले कर्मचारियों को ही सुविधा उपलब्ध करवाते हैं परंतु पीएनसी कंपनी के कुछ अराजक तत्वों ने जबरन व तानाशाही के बल पर सड़क के किनारे रखी हुई गुमटी तथा टीन छप्पर, ढेला खुल्चा वालों को जबरन बिना किसी आदेश के सड़क की मानक क्षमता जो पटरी है उस से 30 मीटर की दूरी के पीछे रखने के लिए आदेश बताते हुए गुंडागर्दी व तानाशाही के बल पर जबरन तोड़कर सड़क से बाहर फेंक दिया सवाल तो यह उठता है कि क्या हमारे जिले की आला अधिकारी इन तानाशाह गुर्गों को यही आदेश जारी करके दिया है या फिर इनकी तानाशाही का नजरिया ही अलग है या तो सड़क के किनारे रखे हुए ठेला कुल्चा गुमटी वाले अतिक्रमण कर रखे थे परंतु यदि अतिक्रमण कर रखे भी थे तो पहले से सूचना अवगत कराई जा सकती थी उसके बाद यह कार्य किया जा सकता था लेकिन मनमाने ढंग से जिस प्रकार चलाया गया बुलडोजर क्रेन द्वारा जबरन धरा शाही करके सामग्री से भरी हुई गुमटी स्वामी की अनुपस्थिति में बाहर सड़क के किनारे फेंक दिया गया यह तो शर्मसार है जो कि मानवता को कलंकित करता है,?