पैकोलिया, बस्ती। पैकोलिया थाना क्षेत्र के मधवापुर पाण्डेय गांव निवासी दलित युवक शनि कुमार पुत्र केशवराम ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक (एसपी) को एक पत्र सौंपकर अपने साथ हुए कथित जातिगत उत्पीड़न और पुलिसिया ज्यादती की शिकायत की है। शनि कुमार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और अपने परिवार की जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। शनि कुमार ने अपने पत्र में बताया कि उसका मकान कुछ समय पहले गिर गया था। बीते 21 मार्च को वह अपने घर की नींव की खुदाई कर रहा था, तभी गांव के ही राजकुमार चौधरी, सुनील चौधरी पुत्र दुःखरन और दुर्गेश उर्फ सचिन पुत्र सुनील चौधरी ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया। आरोप है कि इन लोगों ने उसे जातिसूचक गालियां दीं और नींव की खुदाई करने से रोकने की कोशिश की। शनि कुमार के अनुसार, इन व्यक्तियों ने 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को बुलवाया। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत कर दिया और चले गए। हालांकि, शनि कुमार का आरोप है कि उसी रात राजकुमार चौधरी और उनके साथी लाठी-डंडों से लैस होकर उसके घर पर चढ़ आए। उन्होंने शनि कुमार के साथ मारपीट की और उसकी जान को खतरा पैदा कर दिया। शनि की पत्नी के शोर मचाने पर आसपास के लोग जमा हो गए, जिसके बाद किसी तरह उनकी जान बची। अगले दिन पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई, जहां शनि कुमार के साथ कथित तौर पर और बर्बरता हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि थाने में सिपाही शक्ति कुमार, नवीन और दो अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे बुरी तरह पीटा। इतना ही नहीं, चालान करते समय पुलिसकर्मियों ने उसे धमकी दी कि “अगर अब विपक्षियों की ओर आंख उठाकर देखा, तो फर्जी मुकदमों में फंसाकर तुम्हारी जिंदगी बर्बाद कर देंगे।” इस घटना से आहत और डरा हुआ शनि कुमार अब न्याय की आस लिए पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचा है। उसने अपने पत्र में मांग की है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, चाहे वे गांव के उत्पीड़न करने वाले लोग हों या थाने में कथित तौर पर मारपीट करने वाले पुलिसकर्मी। साथ ही, उसने अपने और अपने परिवार की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।