गौर-बस्ती। जनपद बस्ती के विकासखंड गौर के बी.डी.ओ.के के.सिंह को गौर का कार्यभार सम्भालने की जिम्मेदारी मिली हुयी है लेकिन वी.डी.ओ.गौर अपने दायित्वो का निर्वहन निष्ठा और इमानदारी से नही कर रहे है , काम चोर वी.डी.ओ के.के सिंह भ्रष्टाचार के वाहन पर सवार हो गये है और मनमानी तरीके से सरकारी योजनाओ मे जमकर भ्रष्टाचार करवा रहे है, विकास खण्ड गौर के अन्तर्गत 108-ग्राम पंचायत की जिम्मेदारीयो के असीम पद पर तो बैठे है परन्तू बी.डी.ओ गौर के.के.सिंह द्वारा उस जिम्मेदारियो का गरिमा सम्भाला नही जा रहा है विकास खण्ड गौर से लिप्त गावो से मनरेगा जैसे योजनाओं से सरकारी धन का दुरपयोग विकास खण्ड गौर मे धड़ल्ले से करवाया जा रहा है और दम खम के बल पर खण्ड विकास अधिकारी के अगुवायी मे ही जमकर भ्रष्टाचार करवाया जा रहा है।
विकासखण्ड गौर मे चल रहे भ्रष्टाचार कि मुहिम को लेकर एक तरफ मीडिया द्वारा प्रतिदिन -भ्रष्टाचार उजागर करने को लेकर खबरे प्रकाशित किया जा रहा है,एंव भ्रष्टाचार जैसे चरम बीमारी के मुद्दो पर अपनी निजी समस्याओ को लेकर दूसरे तरफ से सम्बन्धित गांव के लोगो द्वारा शिकायत भी किया जा रहा है परन्तु खण्ड विकास अधिकारी गौर के.के.सिंह अपने दायित्वो का निर्वहन सिर्फ भ्रष्टाचार के कामो मे लगाते रहते हैं, सरकारी योजनाओ को लेकर फर्जी मास्टर रोल जारी करवाते रहते है ,और फिर कागजो के फर्जी हाजिरीयो के दस्तावेजों से सरकारी धन निकालने के लिये सचिवो और प्रधानो को उत्साहित करते रहते हैं।
फर्जी मास्टर रोल के दस्तावेजों मे फर्जी हाजिरीयो के मुहिम से सरकारी धन को लुटने एंव लुटाने का काम करते रहते है और भ्रष्टाचार के मार्ग पर चल रहे है बी.डी.ओ गौर के.के.सिंह
साफ तौर पर फर्जी हाजिरीयो के मास्टर रोल का बिना जांच परख के ही पेमेंट्स करते रहते है और साहब अपने कारनामे को लेकर हमेशा सुर्खियो मे बने रहते है,और मद मस्त होकर आफिस मे ही बैठकर विकास खण्ड गौर का नाम भ्रष्टाचार मे रोशन करते रहते हैं, और किये गये शिकायत एंव खबरो को लेकर साहब जांच करना एंव जबाब देना उचित न्यौचित नही समझते है।
अब कौन शिकायतकर्ताओं को समझाये कि साहब को जिम्मेदारी इसलिए दिया गया है कि, साहब अपनी मनमर्जी से भ्रष्टाचार करवा सके, और सरकारी योजनाओ का दुरुपयोग करते हुये लाखो करोड़ो का घोटालेबाजी करवा सकें।विकास खण्ड गौर अन्तर्गत 108-ग्राम पंचायतों मे मनरेगा-भ्रष्टाचार कि मुहिम मे बी.डी.ओ.महोदय की भूमिका सर्वोच्च प्राथमिकता पर रहा है लोगो द्वारा भ्रष्टाचार कि शिकायत लगातार किया जा रहा है लेकिन जिम्मेदार बी.डी.ओ साहब सारी शिकायतो को निगल जा रहे है और जबाब देना उचित और न्यौचित नही समझते हैं,
सबसे बडी़ हैरानी कि बात यह है कि खण्ड विकास अधिकारी महोदय कि भूमिका से विकास खण्ड गौर मे भ्रष्टाचार अपना पाव बडी़ सरलता से पसार रहा है ,एक तरफा खबरे प्रकाशित किया जा रहा है ,भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने मे मीडिया द्वारा सहयोग भी किया जा रहा है किन्तु खण्ड विकास अधिकारी द्वारा भ्रष्टाचार पर रोक नही लगाया जा रहा है ,
आखिर कौन सी मजबूरियो के चलते विकास खण्ड गौर के खण्ड विकास अधिकारी को भुगतान करने पर मजबूर किया जा रहा है ,आखिर कौन है जिम्मेदार-?
क्या खण्ड विकास अधिकारी के ही उदासीनता के चलते एक तरफ जरूरतमंद मजदूरो को रोजगार नही मिल पा रहा है ?और दूसरे तरफ सचिवो और प्रधान के मिलीभगत से बिना कुछ काम कराये ही फर्जी हाजिरीयो से लाखो करोड़ का भुगतान करवा लिया जा रहा है