अयोध्या में योगी का डेरा विपक्ष ने पीडीए पर घेरा
भेद पाएंगे अयोध्या के मिल्कीपुर का किला— 10 सीटों पर समीकरण हिला
अमानीगंज अयोध्या- 10 सीटों में सबसे हॉट सीट बन चुकी मिल्कीपुर जो की अयोध्या मंडल में आती है उसी अयोध्या में राम मंदिर के लहर पर सवार होकर प्रधानमंत्री के चुनाव के सहारे भी बीजेपी के प्रत्याशी लल्लू सिंह जीत दर्ज नहीं कर पाए और अयोध्या बीजेपी के हाथों से फिसल गई। और सियासी रूप से यह हार बीजेपी के इतिहास में सबसे बड़ी आइडियोलॉजिकल हार बन गई। हालांकि यह भी एक तथ्य है की बीजेपी के लिए राम मंदिर 1984 से ही कोर एजेंडा में शामिल रहा और यह पार्टी 1991 और 2017 को छोड़ दे तो इसके अलावा कभी और अयोध्या में पडने वाली इसी मिल्कीपुर को कभी जीत नहीं पाई बावजूद इसके मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हार जीत नाक का सवाल बन गई है। *और इस हार जीत की सबसे बड़ी भूमिका निभाई आरक्षण और संविधान के खिलाफ विपक्ष के फैलाएं नैरेटिव ने। यूपी की 10 सीटों पर चुनाव होना है जिसको लेकर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष ने अपनी ताकत झोक दी है। *वही इस चुनाव में 2027 की तस्वीर भी कुछ हद तक साफ होने की उम्मीद है साथ ही इस चुनाव को योगी का लिटमस टेस्ट माना जा रहा है ऐसे में सीएम योगी ने खुद इस चुनाव की कमान संभाल ली है और यही वजह है कि सीएम योगी ने मिल्कीपुर से अपने चुनावी अभियान को धार देना शुरू कर दिया है।* वही दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव के हार का बदला लेने के लिए बीजेपी ने पुख्ता रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है।