बस्ती।जनपद बस्ती मे सरकार कि अतिमहत्वाकांक्षी -मनरेगा योजना धराशाही चुकी हैं और भ्रष्ट और भ्रष्टचारियों द्वारा लुट खसोट करने के लिये नये नये तरीको का इस्तेमाल किया जा रहा है,परेशानी और हैरानी कि बात यह है कि जिम्मेदार डीसी मनरेगा एंव सम्बन्धित आलाअधिकारियों द्वारा ही भ्रष्टाचारीयो का संरक्षण किया जा रहा हैं,
डी.सी.मनरेगा संजय शर्मा के नेतृत्व मे महात्मा गॉधी -मनरेगा मे भ्रष्टचार जमकर करवाया जा रहा है और जनपद के सभी विकास खण्डो से भ्रष्टाचार का पाव जमवाने का काम भी डी.सी -मनरेगा द्वारा ही करवाया जा रहा हैं, इसलिये प्रकाशित खबरो को डी.सी. मनरेगा और जिम्मेदार अधिकारियो द्वारा संज्ञान मे नही लिया जा रहा है जब मामला बहुत ही गम्भीर हो जाता हैे तो विकास खण्ड के अधिकारी तसल्ली के लिये जाँच तो करते है लेकिन मास्टरोल का फर्जी हाजिरी चलता रहता है और कुछ समय बीतने के बाद फर्जी मजदूरो के मास्टरोल का पेमेंट भी होता रहता है
आखिरकार इसका मुख्य कारण क्या हो सकता है,क्या -मनरेगा साहब भी भ्रष्टाचार से संलिप्त है, और संदेह है कि मोटी कमिशन लेने कि वजह से कार्यवाही करने मे बाध्य है, मीडिया द्वारा भ्रष्टाचार कि खबरे प्रकाशित तो किया जा रहा है लेकिन जिम्मेदारो द्वारा अपने दायित्व निर्वहन पूर्णता जिम्मेदारीयो से नही किया जा रहा है
आखिरकार सूबे के मुखिया योगी महाराज द्वारा चलायी जा रही मुहिम जीरो टॉलरेंस कहा तक सही साबित हो पायेगी जब डी.सी -मनरेगा साहब जैसे लोगो द्वारा ही जीरो टॉलरेंस नीति के खिलाफ काम किया जा रहा है,और अपने दायित्वो का निर्वहन निष्ठा से नही किया जा रहा है,
जब मनरेगा से सम्बन्धित तथ्यो को लेकरके जब सी.डी ओ.से सम्पर्क किया गया तो सम्पर्क नही हो पाया उसके बाद जब डी.सी मनरेगा संजय शर्मा से सम्पर्क किया गया और जैसे बयाने मे सवाल किया गया तो चलते काल पर बात करते करते अचानक डी.सी.मनरेगा महोदय द्वारा काल डिस्कनेक्ट कर दिया गया