विसर्जन स्थलों पर अलर्ट रहा प्रशासन
फतेहपुर असोथर थाना क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन भक्तों ने बड़े ही धूमधाम के साथ किया। दुर्गा पांडालों से लेकर विसर्जन स्थल तक माता रानी के जयकारे गूंजे। भक्तों ने नम आंखों से मातारानी को अगले वर्ष आने का न्योता देकर विदाई दी। वही विजयदशमी के उपलक्ष्य में जगह – जगह श्रद्धालुओं द्वारा प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई थी।
नवरात्रि के नौ दिन माता रानी के अलग – अलग स्वरूपों की आराधना करने के बाद भक्तों ने विधि-विधान और हवन – पूजन कर एकादशी के दिन माता रानी को विदाई दी। घाटमपुर के यमुना नदी के कोटवा, ब्रम्हदेव घाट, रामनगर कौहन, सरकंडी के तेलानवीर बाबा घाट पर सुबह से भक्तों ने दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू किया।
भक्त वाहनों में दुर्गा प्रतिमाओं को विराजमान कराकर विसर्जन स्थल तक ले गए। जहां रास्तेभर डीजे, ढोल नगाड़ों और देवी गीतों पर भक्त नाचते नजर आए। साथ ही खूब अबीर – गुलाल उड़ाई। इसके पश्चात विसर्जन स्थल पर मातारानी की पूजा, आरती कर उन्हें, नम आंखों से विदाई दी।
थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मौर्य ने बताया कि क्षेत्र में यमुना नदी के विभिन्न घाटों पर 87 दुर्गा प्रतिमाओं का भू विसर्जन कराया गया है। किसी प्रकार की कोई अनहोनी नहीं हुई है, शांत व्यवस्था कायम रही है।
क्षेत्राधिकारी, थाना प्रभारी की अगुवाई में पुलिस-प्रशासन रहा चौकन्ना
दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर पुलिस -प्रशासन चौकन्ना रहा। थाना क्षेत्र में करीब 90 स्थानों पर इस बार झांकी लगी हुई थी। विसर्जन से एक दिन पहले ही सभी विसर्जन स्थल पर सारी व्यवस्थाएं चाक चौबंद कर ली गईं थी। नहर, तालाब, यमुना घाट पर पुलिस द्वारा सभी प्रतिमाओं की इंट्री की गई।
जगह-जगह हुआ प्रसाद वितरण
विजयदशमी के उपलक्ष्य में श्रद्धालुओं द्वारा जगह -जगह प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई। जिसमें मूर्ति विसर्जन को आए सैकड़ों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।