बस्ती । जनहित के सवालों को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना दे रहे राष्ट्रीय पिछडा वर्ग मोर्चा के जिलाध्यक्ष ठाकुर प्रेम नन्दबंशी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया जहां जमानत न मिलने के कारण उन्हें जेल भेज दिया गया है।
भारत मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष आर.के. आरतियन ने पुलिस के इस कार्रवाई की कड़े शव्दों में निन्दा करते हुये कहा कि लोकतंत्र में जनहित के सवालों को लेकर धरना प्रदर्शन मौलिक अधिकार है। यदि पुलिस धरना देने वालों को जेल भेजती रही तो आम आदमी के मुद्दों को कौन उठायेगा। आर.के. आरतियन ने कहा कि अच्छा हो कि जिला प्रशासन नेताओं को जेल भेजने की जगह समस्याओं का प्रभावी समाधान कराये जिससे धरना प्रदर्शन की स्थितियां ही न बने। यदि लोगों को न्याय मिल जाता तो राष्ट्रीय पिछडा वर्ग मोर्चा के जिलाध्यक्ष ठाकुर प्रेम नन्दबंशी को धरना देने की जरूरत ही क्या थी। उन्होने कहा कि अच्छा हो कि जिलाधिकारी के साथ ही अन्य उच्चाधिकारी इसे गंभीरता से लें और जनता के जिन सवालों को लेकर ठाकुर प्रेम नन्दबंशी धरना दे रहे थे उसका समाधान कराया जाय।

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