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आज दिनांक 3 अक्टूबर 2024 दिन गुरुवार को अमर शहीद ठाकुर दरियाव सिंह स्मारक स्थल खागा में समिति के संस्थापक और महान इतिहासकार समाज सेवी ठाकुर चंद्रपाल सिंह की 106 वीं जयंती के अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि खागा विधायक श्रीमती कृष्णा पासवान व विशिष्ट अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष खागा श्रीमती गीता सिंह रही। कवि सम्मेलन के संयोजक महेन्द्र नाथ त्रिपाठी (उपाध्यक्ष) रहे। समिति के मंत्री राम प्रताप सिंह ने ठाकुर चंद्रपाल सिंह के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला एवं उनके पुत्र अशोक सिंह ने उनके जीवन के संघर्षों और समाज के गए कार्यों ,ऐतिहासिक को योगदान प्रस्तुत किया ।ठाकुर चंद्रपाल सिंह का जन्मदिन 03अक्टूबर 1919 को खागा कस्बे के गढ़ी मुहल्ला में ठाकुर जगमोहन सिंह व माता यशोदा कुंवर के यहाँ हुआ था। इन्होंने जीवन में संघर्ष की प्रेरणा अपने बड़े दादा ठाकुर बद्री सिंह से मिली।
प्रारंभ में इनका अध्यापन करने का विचार था ।सन 1941-1942 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कार्यक्रम से जुड़े और जेल न जाकर बाहर से ही आजादी के लिए संघर्षरत रहे। सन 1942 में ग्राम रक्षा समिति के गठन में योगदान दिया ।रंगरूट की भर्ती में भी यह जाने के लिए तैयारी कर रहे थे। सन् 1943 से 1949 तक राजस्व विभाग में सामयिक अमीन पद पर रहे , गल्ला वसूली में राजस्व विभाग के अधिकारियों से विवाद हो जाने पर उन्होंने छोड़ दिया। स्थानीय पार्टी बंदी से बचने के लिए पुनः 1952 से 1977 तक राजस्व संग्रह अमीन पद पर रह कर1959 से उत्तरप्रदेशीय राजस्व संग्रह अमीन के प्रथम प्रदेश अध्यक्ष रह कर संघ की नींव डाली। 1959 से 1982 तक उत्तर प्रदेश की राजस्व संग्रह अमीन संघ के प्रदेश अध्यक्ष रहे । सेवा निवृत्ति के 5 वर्ष बाद तक कामकाज देखते रहे।
समाज की सेवा की प्रेरणा इनको आर्य समाज से मिली। 1939 से 1947 तक आर्य समाज से जुड़े रहे। 1950 से 1952 आर्य समाज खागा के अध्यक्ष रहे।इसके बाद 1959 तक का भी मंत्री और कभी उपाध्यक्ष पद पर रहे। 1952 में शुकदेव इंटर कॉलेज खागा में बाबा शुकदेव सिंह के साथ विद्यालय की नींव डलवा कर स्कूल के निर्माण में सहयोग किया और बाबा शुकदेव सिंह के साथ सह प्रबंधक का कार्यभार निभाते रहे और अंतिम समय तक शुकदेव इंटर कॉलेज खागा के उपाध्यक्ष रहे ।बुदवन इंटर कॉलेज खागा की नींव रखकर विद्यालय के सचिव पद पर यह अंतिम समय तक कार्यरत रहे। 1946 से 1963 तक राम लीला कमेटी खागा के मंत्री रहकर कमेटी की आर्थिक स्थिति ,चल अचल संपत्ति को सुदृढ़ किया। 1976 से 1985 तक रामलीला में अध्यक्ष पद पर आसीन रहे। इन्होंने अमर शहीद ठाकुर दरियाव सिंह स्मारक समिति खागा की नींव रख कर समिति के सचिव के रूप में अंतिम समय तक रहे। जिला सहकारी विकास संघ संचालक मंडल में सदस्य भी रहे ।आचार्य विनोबा भावे के साथ उनके कार्यक्रमों से भी जुड़े रहे। साहित्य के क्षेत्र में इन्होंने फतेहपुर वह जनपद बांदा के इतिहास,खागा के कुकरा कुकरी सरसई एक दल मुंशी प्रेमचंद की ससुराल सलेमपुर गोली मंजिल गांव के कुंडेश्वर धाम पर भी अपना शोध किया। डॉ शिव गोपाल मिश्र और डॉ ओम प्रकाश अवस्थी जी के सानिध्य में बाबासाहेब आप्टे स्मारक समिति गठित करके उत्तर प्रादेशीय इतिहास संकलन समिति के जनपदीय की भूमिका में भी रहे ।विश्व हिंदू परिषद के लिए कुछ समय तक अध्यक्ष रहे।*
कवि सम्मेलन का संचालन नीरज पांडेय ने किया।कार्यक्रम में आमंत्रित कविगणों में सर्व श्री राम किशोर तिवारी बाराबंकी, शिव शरण बंधु फतेहपुर, वीरेंद्र कुसुमाकर प्रयागराज, नीरज पांडेय रायबरेली, हरि बहादुर सिंह हर्ष प्रतापगढ़, गोविंद गजब रायबरेली, समीर शुक्ला फतेहपुर, संतोष शुक्ला रायबरेली, दुर्गेश दुर्लभ अयोध्या, जमुना प्रसादअबोध, अजय उपाध्याय विभोर अंबेडकर नगर, सौरभ त्रिपाठी लखनऊ , सौष्ठव त्रिपाठी फतेहपुर ने ओज, हास्य और श्रृंगार की रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।समीर शुक्ल जी ने पातन गुणगान जनम दिन म गईबे,ठाकुर चंद्रपाल जी का न भुलाइबे। सौरभ त्रिपाठी ने “सारी दुनिया की आंखों का तारा बनकर देख लिया”। अजय उपाध्यक्ष विभोर ने कहा”बहुत छोटी है जागीर मेरी” संतोष कुमार शुक्ल ने कहा”होती है चूक सबसे भारी कभी कभी”। शिव शरण बंधु ने कहा “एक चिड़िया उड़ी, दिल्ली की ओर मुड़ी,सोने की हो गयी संसद में खो गयी। हरिबहादुर हर्ष ने कहा कि “मातृ भूमि से पुनीत ठाकुर दरियाव सिंह को नमन, कीर्तिशेष ठाकुर चंद्रपाल सिंह को नमन। गोविंद गजब ने कहा”नाहक वीर दिलेर तुझे है नमन मेरा,खागा वाले शेर तुम्हे है मेरा। कार्यक्रम में समिति के रामगोपाल सिंह, राम प्रताप सिंह, अशोक सिंह,गुलाब सिंह,ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, कृष्ण स्वरूप सिंह, फूलचंद सिंह, हरिश्चंद्र सिंह, रमेश सिंह,इंद्रजीत सिंह, चंद्रशेखर सिंह, धर्मेंद्र सिंह,, रामचंद्र , संतोष कुमार सिंह, फूलचंद्र पाल, राम सजीवन सिंह ,राम शिरोमणि सिंह, संतराम सिंह ,रत्नेश रत्ना, श्री पाल जी विधायक प्रतिनिधि, अम्बरीष भदौरिया, विजय त्रिपाठी, डॉ अम्बिका प्रसाद मिश्रा, शिवेश त्रिपाठी, राम अभिलाष मिश्र, हितेंद्र सिंह,राजेश सिंह, अतुल सिंह प्रधान,संजय त्रिपाठी, नवीन सिंह, अक्षय प्रताप सिंह, विपिन गुप्ता, राजू सिंह,प्रेम प्रकाश सिंह रामदेव सिंह, शैलेंद्र रत्न, मनोज कुमार, अन्क्लेश माथुर, दिलीप सिंह, राधेश्याम ,राजेश मौर्य,शत्रुघ्न सिंह, सुशील मौर्य, लालचंद्र, रंजीत सिंह, ब्रजेश सिंह,जुगेश सिंह, राकेश सिंह, ओमप्रकाश सिंह, धर्मेंद्र सिंह,विकाश आदि शिक्षक उपस्थित रहे।