राम नगर/बाराबंकी/तहसील क्षेत्र रामनगर नगर विधानसभा क्षेत्र में ग्राम पंचायत लोधौरा ब्लाक सूरतगंज मजरे महादेवा चौकी क्षेत्र महादेवा पट्टी मोहल्ला के निवासी भाजपा कार्यकर्ता महेश तिवारी, महादेवा महासचिव के पद पर कार्यरत हैं व महादेवा मंडल अध्यक्ष प्रमोद तिवारी, व वरिष्ठ कार्यकर्ता काशी प्रसाद तिवारी, व इन सभी लोगों के लड़कों ने मिलकर, भाजपा पूर्व विधायक शरद अवस्थी रामनगर विधानसभा जो अपने को नि वर्तमान विधायक कहलाते हैं। इनके इसारे पर, भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता महेश तिवारी, प्रमोद तिवारी, व्यापार मंडल अध्यक्ष अमित तिवारी, काशी प्रसाद, विशाल, ऋषि, विनोद,हरीश,निशू व पूर्व विधायक शरद अवस्थी का बहुत ही करीबी, छोटू उर्फ अंकित तिवारी, ने मिलकर कर रोड की वेश कीमत जमीन गाटा संख्या 81मिन है। गुड़ाई के बल पर कब्जा कर लेना चाहते हैं।
योगी सरकार में खुले आम चल रही गुड़ाई बताते चलें कि समाज सेवी व समाज में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले पत्रकार पर हो रहा अत्याचार यह सोचनीय विषय है, राम नगर तहसील में सन् 2014 में रामप्रकाश बनाम कृष्ण स्वरूप आदि का मुकदमा 176,एल आर एक्ट मुकदमा पूर्व उप जिला अधिकारी राम नगर, न्यायालय से आदेश पारित हुआ था जिसका एक बटा चार भाग पर सभी लोग गाटा संख्या 81मिन पर अपने अपने हिस्से पर काबिज है। उसी गाटा संख्या 81मिन पर एक बटा चार भाग पर पत्रकार उमेश तिवारी अपनी दुकान बना रहा है। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात तो यह है कि भाजपा के पूर्व विधायक शरद अवस्थी के इसारे पर भाजपा कार्यकर्ता मंडल अध्यक्ष महादेवा,इन सभी लोगों कि नियत वेश कीमत रोड के किनारे जमीन होने के कारण जबरन पत्रकार उमेश तिवारी की जमीन पर कब्जा कर लेना चाहते हैं।जब पत्रकार उमेश तिवारी को जानकारी हुई कि इन सभी लोगों को संरक्षण भाजपा राम नगर पूर्व विधायक शरद अवस्थी दे रहे हैं।तो पत्रकार उमेश तिवारी ने पूर्व विधायक शरद अवस्थी, दूरभाष मोबाइल पर बात की और पत्रकार उमेश तिवारी ने सारी सच्चाई बताया फिर भी नहीं माने भाजपा कार्यकर्ता मंडल अध्यक्ष व महादेवा महासचिव भाजपा के महेश तिवारी आदि लोग,जब पत्रकार उमेश तिवारी के पास न्यायालय के सभी आदेश के कागज मौजूद हैं फिर भी कर रहे गुंडागर्दी गुमराह करके आरवी 112 पर फर्जी फोन करके हो रहे निर्माण को बार-बार रुकवा देते हैं। पत्रकार उमेश तिवारी ने जब परेशान हो गए तो कोतवाल रत्नेश पांडे को एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया, उसके बाद उप जिलाधिकारी रामनगर को भी जजमेंट का आदेश लगाकर एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया जिस पर उप जिलाधिकारी ने आदेश पारित करते हुए, आर आई/ कोतवाल रामनगर को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का आदेश पारित किया। बृहस्पतिवार के दिन लगभग 11:00 बजे क्षेत्रीय लेखपाल व महादेवा चौकी प्रभारी संतोष कुमार त्रिपाठी घटनास्थल पर पहुंचे। पत्रकार उमेश तिवारी न्यायालय के आदेश के अनुसार अपने ही हिस्से में निर्माण कार्य को जांच में पाया। फिर भी भाजपा कार्यकर्ता दबंग लोग जांच के आदेशों को दरकिनार करके अपनी ही गुंडागर्दी के बल पर निर्माण कार्य को जबरन रुकवा रहे हैं। पत्रकार उमेश तिवारी का कहना है कि अगर मुझे न्या न मिला वह किसी पत्रकार उमेश तिवारी के ऊपर घटना घटती है तो उसके जिम्मेदार भाजपा पूर्व विधायक शरद अवस्थी व यही सभी लोग होंगे। अब देखना यह है की पत्रकार उमेश तिवारी को न्याय मिलता है की कही न कही गलत नाजायज फंसाकर इन लोगों द्वारा करवाई करा दी जाएगी। पत्रकार उमेश तिवारी का यह भी कहना है की पूर्व विधायक शरद अवस्थी व इन सभी लोगों के द्वारा मेरे जान मान का खतरा है। पत्रकार उमेश तिवारी का यह भी कहना है की कभी भी मेरा मर्डर हो सकता है। जबकि माननीय मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने आदेश पारित किया है की पत्रकारों की सुरक्षा की जाए क्या यही सुरक्षा है। यह तो सोचनीय विषय है।