बिजली के जर्जर तार पर दौड़ रही है मौत की लापरवाही . बिजली विभाग बेखबर
★सम्राट के बादशाही हुक्म के फरमानी आदेशो कि जमकर उड़ रही धज्जिया★
उर्जा मन्त्री जी के दावे हुये फेल जर्जर नंगे तारो ने तोडा दम। चलती मे गिर रहा है तार दुर्घटनाओं के बने हुये है आसार जिम्मेदार है मौन जिम्मेदार कौन, सम्विदा कर्मी चला रहे है जोड़ जोडकर नंगे वायर तार
भाग की लचर व्यवस्था के कारण शहर के अधिकतर पोल में करंट प्रभावित होता रहता है. जर्जर व लटकते तार के मकड़जाल के कारण शहर के साथ-साथ गांवों में भी अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं. इसके बावजूद विभाग सतर्क नहीं है. बस्ती : शहर में विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था से लोग परेशानी महसूस कर रहे हैं विभाग की लचर व्यवस्था के कारण शहर के अधिकतर पोल में करंट प्रभावित होता रहता है. जर्जर व लटकते तार के मकड़जाल के कारण शहर के साथ-साथ गांवों में भी अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं. इसके बावजूद विभाग सतर्क नहीं है.★बस्ती : शहर में विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था से लोग परेशानी महसूस करने लगे हैं. बताते चलें कि हर्रैया डिविजन अन्तर्गत बभनान उपकेंद्र के टाउन फीडर पर सप्लाई ठीक करने गये सम्विदा कर्मी अजय मौर्या कि करंट कि चपेट मे आने से कुछ समय पहले मौके पर मौत हो गयी थी जिसके जिम्मेदार आला अधिकारियों ने सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नही कराया था जिस खामिया के चलते अजय मौर्या का मौत हो गयी थी जिससे अजय मौर्या का परिवार आज बदहाल है वीवी बच्चे भरण पोषण के लिये स्रोत खत्म हो गये है और विजली विभाग के आला अधिकारियों ने सहायता प्रदान करने मे हिल्ला हवाली दिखायी है दराअसल बात यह है कि बभनान के पैकोलिया फीडर के लटकता तार जमीन के करीब आ गया है जिसकी सूचना प्रधान द्वारा अवरअभियंता और सहायक अभियन्ता को लिखित तहरीर देकर प्रधान द्वारा दिया जा चूका है परन्तु विभाग के लचर व्यवस्था मे अभियन्ताओ द्वारा नजर अन्दाज किया जा रहा है बड़े घटनाओं के इन्तजार मे है
विभागीय उदासीनता के कारण जर्जर बिजली व्यवस्था जानलेवा साबित हो रही है. यह तो कुदरत की करिश्माई ताकत का नातीजा है कि अभी तक कोई इंसान इसकी चपेट में नहीं आया.
वरना विभागीय लापरवाही की कीमत लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती. हालांकि विद्युत तार की चपेट में आकर बीते दिनों चार मवेशियों की मौत हो गयी है. कितनो घटनाएं हो चुकी है. लेकिन इस ओर विभागीय जिम्मेदार बेखबर बने हुए है. आए दिन कहीं न कहीं किसी न किसी की जान चली जाती है. जिले में विद्युत आपूर्ति बिछाई गई लाइनों में जर्जर हो जाने से उनके टूट कर गिरने और लटक जाने से आए दिन घटनाएं हो रही हैं.
विभाग की ओर से इन जर्जर लाइनों पर समय-समय पर अनुरक्षण कराके उनको दुरुस्त कराया जाना चाहिए. इसके साथ ही जांच विद्युत सुरक्षा निदेशालय की ओर से अनुश्रवण कराने के उपरांत उनको ऊर्जीकृत किया जाना चाहिए, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घटे. लेकिन जिले के अधिकतर क्षेत्रों में पड़ी विद्युत लाइनें जर्जर हो चुकी हैं. लाइनों के जर्जर होने के साथ उनमें कसाव भी कम हो गया है. इससे वह काफी नीचे तक लटक आती हैं जो हादसे का कारण बन रही है.

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